पहली लोकसभा में स्वतंत्र रूप से चुनी गयीं
एनी मैस्केरेने (1902-1963)... तिरूअनंतपुरम, केरल से सांसद रहीं एनी मैस्केरेने संविधान सभा की सदस्य रहीं. इस दौरान उन्होंने हिंदू कोड बिल पर काफी काम किया. 1951 में भारतीय लोकसभा चुनाव में एनी मैस्केरेने तिरूअनंतपुरम लोकसभा क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में प्रथम लोकसभा के लिए चुनी गयीं. एनी केरल की पहली महिला सांसद थी […]
एनी मैस्केरेने (1902-1963)
तिरूअनंतपुरम, केरल से सांसद रहीं एनी मैस्केरेने संविधान सभा की सदस्य रहीं. इस दौरान उन्होंने हिंदू कोड बिल पर काफी काम किया. 1951 में भारतीय लोकसभा चुनाव में एनी मैस्केरेने तिरूअनंतपुरम लोकसभा क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में प्रथम लोकसभा के लिए चुनी गयीं. एनी केरल की पहली महिला सांसद थी और उन चुनावों में केवल 10 में से एक संसद में चुने गये थे.
संसद के अपने चुनाव से पहले, मैस्केरेने त्रावणकोर-कोचीन से विधानसभा की सदस्य रही थीं. इस दौरान वर्ष 1949-1950 तक वे केरल सरकार के मंत्रालय में स्वास्थ्य और शक्ति के प्रभारी मंत्री के रूप में सेवा देती रहीं. वह भारत की संविधान सभा की चुनी गयी समिति में कार्यरत रहते हुए उन्होंने अहम योगदान दिये. हालांकि दूसरे आम चुनाव में इन्हें हार का सामना करना पड़ा. मैस्केरेने त्रावणकोर राज्य कांग्रेस में शामिल होनेवाली पहली महिला थीं और त्रावणकोर राज्य कांग्रेस कार्यकारिणी का हिस्सा बननेवाली भी पहली महिला बनी थी.
अक्कमा चेरियन और पेटम थानू पिल्लई के साथ, वह स्वतंत्रता और त्रावणकोर राज्य में भारतीय राष्ट्र के साथ एकीकरण के लिए आंदोलन के नेताओं में से एक थीं. स्वतंत्रता आंदोलन में इनकी सक्रियता के चलते इन्हें वर्ष 1939 से वर्ष 1947 तक कई बार जेल जाना पड़ा था.
