आबादी का Genetic changes का पता लगाने के लिए डीएनए डाटा एकत्र करेगा China

बीजिंगः अपनी आबादी की अनुवांशिकी बदलाव का पता लगाने के लिए चीन अपने यहां हर साल लाखों लोगों का डीएनए लेकर डाटा एकत्र करने का काम करेगा. चीन की योजना एक अरब डॉलर की लागत से बड़े पैमाने पर डीएनए सीरीज का प्लेटफॉर्म बनाने की है. यह जियांग्यू प्रांत में बनाया जायेगा, जिसका उद्देश्य जातीय […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 31, 2017 1:16 PM

बीजिंगः अपनी आबादी की अनुवांशिकी बदलाव का पता लगाने के लिए चीन अपने यहां हर साल लाखों लोगों का डीएनए लेकर डाटा एकत्र करने का काम करेगा. चीन की योजना एक अरब डॉलर की लागत से बड़े पैमाने पर डीएनए सीरीज का प्लेटफॉर्म बनाने की है. यह जियांग्यू प्रांत में बनाया जायेगा, जिसका उद्देश्य जातीय चीनी आबादी के लाखों लोगों की आनुवांशिकी संबंधी जानकारियों को सहेजना है.

प्रोवेंशियल हैल्थ ऐंड फैमेली प्लानिंग कमीशन के उप निदेशक लान क्विंग ने कहा कि यह डीएनए परियोजना नेशनल हैल्थ एंड मेडिसीन बिग डेटा (नानजिंग) सेंटर का हिस्सा है. लान ने बताया कि पहले चरण में जियांग्यू की आबादी के बराबर लगभग आठ करोड़ लोगों की स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधी जानकारी केंद्र में एकत्र की जायेगी.

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सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, केंद्र के तैयार हो जाने पर डीएनए सीरीज की क्षमता प्रतिवर्ष 4,00,000 से 5,00,000 नमूने प्रतिवर्ष हो जायेगी. इस परियोजना की जिम्मेदार संयुक्त रूप से सरकारी यांग्जी ग्रुप, साउथईस्ट यूनिवर्सिटी और नानजिंग मेडिकल यूनिवर्सिटी की है.

डेटाबेस में बडे पैमाने पर एकत्र डेटा का इस्तेमाल शोधकर्ता प्रमुख रोगों में आनुवांशिक परिवर्तनों का अध्ययन करने में करेंगे. इससे प्रमुख रोगों की पहचान और उपचार में भी सांख्यिकी सहायता मिलेगी. डेटाबेस के लगभग चार वर्षों में पूरा हो जाने की उम्मीद है.

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