अर्पिता मुखर्जी के दूसरे फ्लैट में नोटों का जखीरा, नोट गिनने के लिए मंगायी गयी 4 मशीनें

अधिकारी ने बताया, ‘हमें हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में दो में से एक फ्लैट में बड़ी मात्रा में नकदी मिली है. हमने रुपयों की गिनती के लिए तीन मशीनें मंगवायी हैं, ताकि पता चले कि वास्तव में कितनी राशि है.’ उन्होंने बताया कि फ्लैटों की तलाशी के दौरान कई ‘अहम’ दस्तावेज बरामद हुए हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2022 6:34 AM

West Bengal Teacher Recruitment Scam: पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला से जुड़े मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को अर्पिता मुखर्जी के एक और फ्लैट से बुधवार को भारी मात्रा में नकदी मिली. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अर्पिता मुखर्जी को राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी का करीबी माना जाता है, जिन्हें एजेंसी ने इसी मामले में गिरफ्तार किया है.

ताला तोड़कर खोला गया अर्पिता मुखर्जी का फ्लैट

ईडी ने अर्पिता मुखर्जी को उनके दक्षिण कोलकाता स्थित फ्लैट से 21 करोड़ रुपये की नकदी मिलने के एक दिन बाद 23 जुलाई को गिरफ्तार किया था. अधिकारी ने बताया कि इस बार उत्तर कोलकाता के बेलघरिया स्थित फ्लैट से नकदी मिली है, जिसकी मालकिन अर्पिता मुखर्जी हैं. अधिकारी ने कहा कि बेलघरिया के रथाला इलाके में अर्पिता के दो फ्लैट को ताला तोड़कर खोला गया, क्योंकि उनकी चाबी नहीं मिली.

Also Read: West Bengal SSC Scam: पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के बाद अब TMC विधायक पर शिकंजा, ED ने किया तलब
अर्पिता ने संपत्तियों के बारे में ईडी को दी जानकारी

अधिकारी ने बताया, ‘हमें हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में दो में से एक फ्लैट में बड़ी मात्रा में नकदी मिली है. हमने रुपयों की गिनती के लिए तीन मशीनें मंगवायी हैं, ताकि पता चले कि वास्तव में कितनी राशि है.’ उन्होंने बताया कि फ्लैटों की तलाशी के दौरान कई ‘अहम’ दस्तावेज बरामद हुए हैं. मुखर्जी ने पूछताछ के दौरान ईडी को कोलकाता के आसपास की अपनी संपत्ति की जानकारी दी थी.

जांच में सहयोग कर रही है अर्पिता मुखर्जी

अधिकारी ने बताया कि बुधवार सुबह से ही इन संपत्तियों पर छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है. मंत्री और मुखर्जी से पूछताछ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अर्पिता मुखर्जी जांच में सहयोग कर रही हैं, लेकिन मंत्री का ‘रवैया असहयोगात्मक’ है.

जब घोटाला हुआ तब शिक्षा मंत्री थे पार्थ चटर्जी

गौरतलब है कि कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की अनुशंसा पर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह ‘ग’ और ‘घ’ वर्ग के कर्मचारियों और शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित अनियमितता की जांच कर रही है. वहीं, ईडी घोटाले में धनशोधन के कोण से जांच कर रहा है. उल्लेखनीय है कि जब यह कथित घोटाला हुआ था, उस समय पार्थ चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे.

Next Article

Exit mobile version