Bareilly: फ्री रिचार्ज के चक्कर में आपको भी पड़ सकता है पछताना, 200 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का खुलासा

Bareilly News : ऑनलाइन ठगी के मामले में आरोपी असम के गुवाहाटी निवासी जयदेव डे पहले ही गिरफ्तार हो चुका है. वह महाराष्ट्र की जेल में बंद है. उसके अकाउंट से 200 करोड़ का ट्रांजैक्शन हुआ था. बैंक से पुलिस ने अकाउंट की डिटेल में 2,000 से अधिक पेज मिले हैं.

By Prabhat Khabar | April 30, 2022 12:24 PM

Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली की साइबर थाना पुलिस ने बेरोजगार युवाओं को फ्री रिचार्ज एवं नौकरी देने के नाम पर अरबों रुपए की साइबर ठगी करने वाले युवक को एनसीआर से गिरफ्तार किया है. बंगाल निवासी आरोपी युवक ने अमेजन, फ्लिपकार्ट और ई-वायलेट में नौकरी के नाम पर लोगों को घर बैठे रोजगार देने के झांसे में ले लिया. इसके बाद युवाओं के बैंक खातों (अकाउंट) की पूरी डिटेल देने के बाद आसानी से उनके अकाउंट को खाली कर दिया. इसमें चीन की कंपनियों में पैसा ट्रांसफर कराया था. एक टीचर की शिकायत पर अरबों की साइबर ठगी का खुलासा हुआ है.

बरेली के बहेड़ी थाना क्षेत्र की एक टीचर अक्टूबर 2021 में बरेली साइबर थाने में ऑनलाइन ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था. टीचर ने बताया था कि उसके खाते से दो लाख 10 हजार से अधिक साइबर ठगों ने उड़ा दिए हैं. इस मामले में 420 आईपीसी, 66 डी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया.पुलिस की छानबीन में साइबर ठगी के तार चीन से जुड़े मिले. पुलिस ने पश्चिमी बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले के हरीरामपुर थाना क्षेत्र के मंजारुल इस्लाम को गुड़गांव से गिरफ्तार किया है. उसके एकांउट में 14 करोड़ की साइबर ठगी को चीन निवासी लियांन के साथ मिलकर तमाम कंपनी में ट्रांसफर किएं थे.पुलिस की पूछताछ में इन कंपनी के नाम भी सामने आएं हैं.

Also Read: बरेली में भूमाफियाओं पर चला प्रशासन का डंडा, 27 करोड़ की जमीन करवाई गई मुक्त
एक आरोपी महाराष्ट्र की जेल में बंद

ऑनलाइन ठगी के मामले में आरोपी असम के गुवाहाटी निवासी जयदेव डे पहले ही गिरफ्तार हो चुका है. वह महाराष्ट्र की जेल में बंद है. उसके अकाउंट से 200 करोड़ का ट्रांजैक्शन हुआ था. बैंक से पुलिस ने अकाउंट की डिटेल में 2,000 से अधिक पेज मिले हैं. वह असम रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी नाम से फर्जी एनजीओ बनाकर 200 करोड़ से अधिक की ऑनलाइन ठगी कर चुका है.

पहले भेजते थे फ्री रिचार्ज के मैसेज

टीचर ने बताया कि नौ अक्टूबर को एक एसएमस प्राप्त हुआ. इसमें एक लिंक पर क्लिक कर रिचार्ज करने और प्रत्येक रिचार्ज पर धन दोगुना होने का झांसा दिया गया था. इस प्रकार गुमराह होकर करीब 210000 की ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई.

आरोपी के खाते को किया फ्रिज

साइबर क्राइम पुलिस ने आरोपी मंजारुल इस्लाम के खाते को फ्रिज कर दिया है.उसके खाते में 7,94,000 रुपये थे.इसके साथ ही एक फोन एचपी 2 जीबी की पेनड्राइव, नौ डेबिट कार्ड, आईडी कार्ड एवं दो आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं.

Next Article

Exit mobile version