Facebook ने बना दी जोड़ी, नहीं लिया दहेज, हरियाणा के दिव्यांग टीचर सुनील की हुईं झारखंड की दिव्यांग रेणु

झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर में दिव्यांगों के विवाह में हरियाणा दिव्यांग संघ का भी बड़ा योगदान रहा. परिणय सूत्र में बंधने के बाद दोनों वर-वधू ने भगवान शंकर व मां पार्वती को साक्षी मानकर सात फेरे लिए. इसके साथ ही सात जन्मों के बंधन में वे बंध गये.

By Guru Swarup Mishra | November 27, 2022 1:27 PM

Jharkhand News: सोशल मीडिया फेसबुक कई लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है. दिव्यांग जोड़े को फेसबुक ने मिलाया और गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के हरिहर धाम मंदिर में वे वैवाहिक बंधन में बंध गए. आपको बता दें कि दिव्यांग युवती रेणु गिरिडीह के बगोदर की हैं, जबकि दिव्यांग युवक सुनील हरियाणा में शिक्षक हैं. बिना दहेज के इन्होंने शादी कर मिसाल पेश की है. लोग इनकी तारीफ कर रहे हैं.

हरियाणा के दिव्यांग सुनील कुमार से हुई शादी

गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के मानव विकलांग सेवा केंद्र, खटैया की दिव्यांग रेणु कुमारी हैं, जो संस्था से जुड़कर दिव्यांग व गैर दिव्यांग छात्राओं को सिलाई-बुनाई का प्रशिक्षण देती हैं. यहां कई लड़कियों ने प्रशिक्षण लिया है. रेणु के विवाह को लेकर संस्था के सचिव संतोष कुमार ने पहल की. हरियाणा के दिव्यांग स्कूल शिक्षक सुनील कुमार से रेणु का विवाह हरिहर धाम में कराया गया. इस मौके पर संस्था से जुड़े लोग और वर पक्ष के लोग शामिल थे. वर-वधू को आशीष देते हुए उन्होंने इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.

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बिना दहेज की शादी

इस विवाह की खासियत यह रही कि बिना दान-दहेज का विवाह हुआ. लोगों ने इसकी काफी तारीफ की. संस्था के सचिव संतोष कुमार ने बताया कि इस विवाह में हरियाणा दिव्यांग संघ का भी बड़ा योगदान रहा. परिणय सूत्र में बंधने के बाद दोनों वर-वधू ने भगवान शंकर व मां पार्वती को साक्षी मानकर सात फेरे लिए. इसके साथ ही सात जन्मों के बंधन में वे बंध गये. मौके पर मीना देवी, पूर्व जिला परिषद सदस्य अर्जुन प्रसाद आर्य, दिव्यांग तालेश्वर महतो, दिव्यांग साबीर अंसारी, मनोहर पाण्डेय समेत अन्य लोग मौजूद थे. 

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रिपोर्ट : कुमार गौरव, बगोदर, गिरिडीह 

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