बीबीएमकेयू में ध्वस्त हुई सफाई व्यवस्था, लगा गंदगी का अंबार
ज्ञात हो कि विवि में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के स्वीकृत पदों की संख्या 37 है. पूर्व कुलपति प्रो शुकदेव भोइ के कार्यकाल में 68 चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति की गयी थी. इस पर राजभवन ने आपत्ति जतायी थी. इसके आधार पर वर्तमान विवि प्रशासन ने 31 चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को हटा दिया था.
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय का शानदार परिसर अब गंदगी के अंबार में तब्दील होता जा रहा है. पिछले एक माह से विवि परिसर की सफाई व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है. खासकर एकेडमिक ब्लॉक में क्लास रूम से लेकर शौचालय तक में गंदगी फैली है. विवि परिसर में अन्य जगहों पर भी गंदगी है.
बता दें कि गत एक दिसंबर 2023 से विवि प्रशासन ने आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से कार्यरत 31 कर्मचारियों काम से हटा दिया है. इनमें से 18 हाउस किपिंग कर्मचारी थे. इनके जिम्मे विवि के प्रशासनिक भवन के साथ सात मंजिला (399 कमरों) वाले एकेडमिक ब्लॉक की सफाई व्यवस्था थी. अभी विवि में केवल दो सफाई कर्मचारी हैं. इतने बड़े परिसर की सफाई सिर्फ इन दोनों कर्मचारियों से होना संभव नहीं है.
राजभवन की आपत्ति के बाद हटाये गये थे कर्मी
ज्ञात हो कि विवि में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के स्वीकृत पदों की संख्या 37 है. पूर्व कुलपति प्रो शुकदेव भोइ के कार्यकाल में 68 चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति की गयी थी. इस पर राजभवन ने आपत्ति जतायी थी. इसके आधार पर वर्तमान विवि प्रशासन ने 31 चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को हटा दिया था.
इधर हटाए गये कर्मचारी विवि का नियमित चक्कर लगा रहे हैं. मंगलवार को इनमें कुछ कर्मचारियों ने विवि परिसर के बाहर धरना दिया. बाद में इन कर्मचारियों ने रजिस्ट्रार डॉ कौशल कुमार से भी मुलाकात की. रजिस्ट्रार ने बताया कि उन्हें दोबारा काम पर रखने के लिए अनुमति मांगी गयी है. अनुमति मिलते ही उन्हें काम पर रखा जायेगा.
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