मुठभेड़ में घायल होने के बाद भी बीएसएफ के जवान ने बांग्लादेशी तस्कर को दबोचा

भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जान की बाजी लगाकर सीमा सुरक्षा बल के जवान तस्करों को पकड़ रहे हैं. शनिवार को मालदा जिला में एक ऐसी ही घटना हुई, जब मुठभेड़ में घायल होने के बावजूद बीएसएफ के जवान ने बांग्लादेशी तस्कर को धर दबोचा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2021 8:14 PM

कोलकाता : भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जान की बाजी लगाकर सीमा सुरक्षा बल के जवान तस्करों को पकड़ रहे हैं. शनिवार को मालदा जिला में एक ऐसी ही घटना हुई, जब मुठभेड़ में घायल होने के बावजूद बीएसएफ के जवान ने बांग्लादेशी तस्कर को धर दबोचा.

शनिवार तड़के मालदा स्थित सीमा चौकी किस्तोपुर इलाके में बीएसएफ की 44वीं बटालियन के एक जवान ने भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास 8 से 10 लोगों की संदिग्ध गतिविधि देखी. जवान ने उन्हें रुकने के लिए कहा, लेकिन उन लोगों ने बीएसएफ जवान पर हमला कर दिया.

हमले में जवान घायल हो गया, लेकिन उसने तस्करों से डटकर मुकाबला किया. न केवल उसने मुकाबला किया, बल्कि एक हमलावर को पकड़ने में कामयाब भी रहा. जब बीएसएफ के अन्य जवान मौके पर पहुंचे, तब तक बाकी हमलावर वहां से फरार हो गये.

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पकड़े गये तस्कर के कब्जे से दो बैग मिले, जिनमें फेंसिडील की 175 बोतलें भरीं थीं. बीएसएफ, साउथ बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि आरोपी का नाम अब्दुल जलील (40) है. वह बांग्लादेश के भोलाहट थाना अंतर्गत चांदशिकारी गांव का निवासी है.

प्रारंभिक पूछताछ में अब्दुल ने बताया कि वह मजदूरी करता है, लेकिन ज्यादा कमाने की लालच में वह कभी-कभी ड्रग्स की तस्करी भी करता है. उसने यह भी बताया कि इस बार भारत से बांग्लादेश फेंसिडील ले जाने के लिए उसे करीब 2,500 रुपये मिलने थे, लेकिन बीएसएफ के जवान ने उसे पकड़ लिया.

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इधर, सीमा से सटे अन्य जगहों पर अभियान चलाकर 12 किलो गांजा व फेंसिडील की 360 बोतलें भी बरामद की हैं. बीएसएफ के डीआइजी श्री गुलेरिया ने कहा कि सीमा पर तस्करों के खिलाफ जवान मुस्तैदी से डटे हुए हैं और उनकी हर चाल को लगातार नाकाम कर रहे हैं.

Posted By : Mithilesh Jha

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