बेटे को जन्म देकर सीधे परीक्षा देने पहुंची पुरुलिया की भारती महतो, जज्बे को प्रशासन ने किया सलाम

सोमवार सुबह प्रसव पीड़ा के बाद परिवार के लोगों ने बलरामपुर पांच बांसगढ़ प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. यहां भारती ने सुबह 11-33 बजे एक पुत्र संतान को जन्म दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 8, 2022 9:36 AM

पुरुलिया: पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला की एक महिला ने पुत्र को जन्म दिया. पुत्र को जन्म देने के कुछ ही देर बाद वह माध्यमिक की परीक्षा देने के लिए पहुंच गयी. उसके हौसले को अस्पताल प्रबंधन ने सलाम किया. अस्पताल में ही उसके परीक्षा देने के इंतजाम किये गये.

11:33 बजे पुत्र को जन्म देने के बाद दिया इम्तिहान

बलरामपुर थाना क्षेत्र के चंडीतला हाई स्कूल की छात्रा भारती महतो (19) माध्यमिक की परीक्षार्थी हैं. सोमवार इसी थाना क्षेत्र के लाली मोती गर्ल्स स्कूल में उनका सेंटर पड़ा था. सोमवार सुबह प्रसव पीड़ा के बाद परिवार के लोगों ने बलरामपुर पांच बांसगढ़ प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. यहां भारती ने सुबह 11:33 बजे एक पुत्र संतान को जन्म दिया.

  • प्रशासनिक अधिकारियों ने छात्रा के हौसले को किया सलाम

  • संतान को जन्म देने के बाद जतायी परीक्षा देने की इच्छा

  • अस्पताल में स्थानीय प्रशासन ने परीक्षा देने का किया इंतजाम

अस्पताल में किया गया विशेष इंतजाम

जब उसने परीक्षा देने की इच्छा जतायी, तो अस्पताल के प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारी सौमन मंडल ने तुरंत स्थानीय पुलिस एवं प्रखंड प्रशासन से बात की. शिक्षा विभाग की मदद से परीक्षा देने के लिए सभी तरह की प्रक्रिया पूरी की गयी. अस्पताल में एक विशेष कमरे का प्रबंध किया गया, जहां शिक्षकों की निगरानी में भारती ने परीक्षा दी.

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डॉक्टरों व नर्सों की मदद से दी परीक्षा

परीक्षा देने के बाद भारती ने कहा कि उसकी पढ़ाई में ससुराल के लोगों ने कभी बाधा नहीं पहुंचायी, लेकिन हालात कुछ ऐसे थे कि वह माध्यमिक परीक्षा नहीं दे सकी थी. इस वर्ष उसने परीक्षा की पूरी तैयारी की थी. प्रसव के बाद भी वह पीछे नहीं हटी. डॉक्टरों व नर्सों की मदद से वह परीक्षा दे पायी.

समाज के लिए प्रेरणा है भारती महतो

बलरामपुर प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारी सोमेन मंडल ने बताया कि छात्रा के हौसले को देखते हुए उसके लिए परीक्षा का विशेष प्रबंध किया गया. चंद मिनट पहले ही संतान को जन्म देने के बाद परीक्षा देना यह समाज के लिए एक प्रेरणा है. उसके साहस को हम सब सैलूट करते हैं.

Posted By: Mithilesh Jha

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