1 अक्टूबर से लागू हुआ Online Gaming Bill 2025, रियल मनी गेम्स पर बैन
भारत सरकार ने 1 अक्टूबर से Online Gaming Bill 2025 लागू कर दिया है. जानें कैसे यह कानून गेमिंग इंडस्ट्री को सुरक्षित, पारदर्शी और नियंत्रित बनाएगा
Online Gaming Bill 2025 ने बदली भारत की गेमिंग दुनिया की दिशा : गेमिंग का नया युग शुरू – 1 अक्टूबर 2025 से लागू हुए Online Gaming Bill 2025 ने भारत की डिजिटल गेमिंग इंडस्ट्री को एक नई दिशा दी है. जहां एक ओर यह कानून ई-स्पोर्ट्स और एजुकेशनल गेम्स को बढ़ावा देता है, वहीं दूसरी ओर रियल मनी गेम्स पर सख्त प्रतिबंध लगाकर समाज को जुए और लत से बचाने का प्रयास करता है.
गेमिंग में सुरक्षा और पारदर्शिता की पहल
- सरकार ने इस बिल के जरिए एकीकृत राष्ट्रीय कानून लागू किया है जो सभी राज्यों पर समान रूप से लागू होगा।
- ई-स्पोर्ट्स को आधिकारिक मान्यता दी गई है और इसके लिए ट्रेनिंग व रिसर्च सेंटर स्थापित किए जाएंगे
- बच्चों और युवाओं के लिए एजुकेशनल व सुरक्षित गेम्स को प्रोत्साहन मिलेगा.
रियल मनी गेम्स पर पूरी तरह बैन
- रम्मी, पोकर, बेटिंग और फैंटेसी स्पोर्ट्स जैसे पैसे वाले गेम्स अब पूरी तरह प्रतिबंधित हैं
- इनका संचालन, प्रचार या भागीदारी अब गैरकानूनी मानी जाएगी
- नियम तोड़ने पर 3 से 5 साल की जेल और ₹2 करोड़ तक जुर्माना लगाया जा सकता है.
भारत बनेगा ग्लोबल गेमिंग हब
- यह कानून भारत को वैश्विक ई-स्पोर्ट्स और डिजिटल गेमिंग हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है
- इंडस्ट्री में नौकरी, नवाचार और निवेश के नए अवसर खुलेंगे
- ₹66,000 करोड़ तक पहुंचने वाले गेमिंग बाजार को सुरक्षित और नियंत्रित किया जाएगा.
Online Gaming Bill 2025: FAQs
Q1: क्या सभी ऑनलाइन गेम्स बैन हो गए हैं?
नहीं, केवल रियल मनी गेम्स जैसे रम्मी, पोकर, बेटिंग आदि पर प्रतिबंध है. ई-स्पोर्ट्स और एजुकेशनल गेम्स को बढ़ावा मिलेगा.
Q2: क्या विदेशी गेमिंग कंपनियां भी इस कानून के तहत आएंगी?
हां, अगर वे भारतीय यूजर्स को टारगेट करती हैं तो उन्हें भी इस कानून का पालन करना होगा.
Q3: क्या गेमिंग कंपनियों को लाइसेंस लेना होगा?
जी हां, सभी वैध गेमिंग कंपनियों को सरकार से लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा.
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