तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले जॉन बारला और नीशीथ प्रमाणिक को मोदी ने बनाया मंत्री

जॉन बारला ने उत्तर बंगाल को अलग कर केंद्रशासित प्रदेश बनाने की मांग की थी. लगभग दो दशक पहले तराई-डुआर्स क्षेत्र में चाय-बागान कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले 45 वर्षीय बारला ने एक आदिवासी नेता होने से लेकर नयी दिल्ली में सत्ता के गलियारों तक पहुंचने के लिए एक लंबा सफर तय किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2021 7:01 PM

कोलकाताः पश्चिम बंगाल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख आदिवासी नेता जॉन बारला तथा पार्टी के सबसे मुखर नेताओं में शामिल नीशीथ प्रमाणिक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में राज्यमंत्री बनाया गया. जॉन बारला उत्तर बंगाल में भाजपा की पैठ बनाने वाले प्रमुख नेताओं में शुमार आदिवासी नेता हैं.

हाल में जॉन बारला ने उत्तर बंगाल को अलग कर केंद्रशासित प्रदेश बनाने की मांग की थी. लगभग दो दशक पहले तराई-डुआर्स क्षेत्र में चाय-बागान कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले 45 वर्षीय बारला ने एक आदिवासी नेता होने से लेकर नयी दिल्ली में सत्ता के गलियारों तक पहुंचने के लिए एक लंबा सफर तय किया है.

आदिवासी परिवार से ताल्लुक रखने वाले बारला का क्षेत्र के चाय बागान श्रमिकों के बीच मजबूत समर्थन आधार है. उनके संगठनात्मक कौशल ने सबसे पहले माकपा के स्थानीय नेतृत्व का ध्यान आकर्षित किया. हालांकि, वह किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े. लेकिन, उन्होंने और उनके समर्थकों ने कई मौकों पर तत्कालीन सत्तारूढ़ वाम मोर्चा को अपना समर्थन दिया था.

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उन्होंने वर्ष 2007 में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद (एबीएवीपी) के सदस्य के रूप में सक्रिय राजनीतिक में अपना करियर शुरू किया. कुछ समय के लिए, उन्होंने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) का हिस्सा बनने का विचार किया, जो उस समय अलग गोरखालैंड राज्य के लिए संघर्ष कर रहा था. उस अवधि के दौरान, उन्होंने सबसे पहले तराई और डुआर्स क्षेत्र में आदिवासी और अन्य पिछड़े समुदायों के लिए एक अलग राज्य की मांग रखी.

बदलाव के साथ दल बदलते रहे जॉन बारला

जैसे ही बंगाल में बदलाव की हवा चली, जॉन बारला ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी का समर्थन करने का फैसला किया. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों से ठीक पहले, उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया, जिससे उत्तर बंगाल क्षेत्र में भगवा पार्टी को बहुत अधिक लाभ हुआ.

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बारला ने अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री का पदभार संभाला

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री जॉन बारला ने बृहस्पतिवार को पदभार ग्रहण कर लिया. अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने नयी दिल्ली स्थित अंत्योदय भवन में बारला का स्वागत किया. नकवी ने ट्वीट किया, जॉन बारला जी को आज केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने पर हार्दिक बधाई. उनके उज्ज्वल भविष्य एवं सफलता की कामना. बारला से पहले किरन रिजिजू अल्पसंख्यक कार्य राज्य मंत्री थे.

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उत्तर बंगाल के प्रभावी युवा नेता हैं नीशीथ प्रमाणिक

उत्तर बंगाल के प्रभावशाली युवा नेता हैं नीशीथ प्रमाणिक. कूचबिहार से भारतीय जनता पार्टी के सांसद नीशीथ प्रमाणिक सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर हमलावर रुख अपनाने वाले भगवा दल के सबसे प्रमुख चेहरों में से एक हैं. वर्ष 2019 में पहली बार सांसद बने नीशीथ प्रमाणिक को भाजपा ने कई मौकों पर काफी महत्व दिया, जिसमें पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद कथित हिंसा को लेकर टीएमसी के खिलाफ भाजपा के मोर्चे की अगुवाई करना शामिल है.

वर्ष 2018 के पंचायत चुनावों में उम्मीदवारों के चयन को लेकर प्रमाणिक और टीएमसी नेतृत्व के बीच ठन गयी थी, जिसके बाद, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया. भाजपा के टिकट पर उन्होंने कूचबिहार से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. प्रमाणिक को कूचबिहार जिले में कद्दावर व्यक्ति के रूप में जाना जाता है.

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नीशीथ प्रमाणिक को अमित शाह के डिप्टी के रूप में काम करने का मौका दिया गया है. श्री प्रमाणिक को गृह राज्यमंत्री बनाया गया है. उन्होंने गुरुवार को अपना कार्यभार संभाल लिया. ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर खुलकर हमला करने वाले नीशीथ को अमित शाह का राज्यमंत्री बनाये जाने पर इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं.

Posted By: Mithilesh Jha

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