मगरा : कारखाना गेट पर तनाव पुलिस ने स्थिति को संभाला

ताओं की आपसी रंजिश के कारण बुधवार को कारखाना बंद होते-होते बची

By Prabhat Khabar Print | May 22, 2024 5:11 PM

हुगली. मगरा थाना अंतर्गत हायरा दिकसुई पंचायत इलाके में स्थित शाकंभरी ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के पैकेजिंग पेपर (एल्युमीनियम फॉयल) तैयार करने वाले कारखाना ईएसएस, डीईई एल्युमीनियम लिमिटेड के गेट पर श्रमिकों के मुद्दों को लेकर तनाव रहा. खबर पाकर मगरा थाना के प्रभारी सुमन कुंडू के निर्देश पर पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लिया. नेताओं की आपसी रंजिश के कारण बुधवार को कारखाना बंद होते-होते बची. कारखाने में कम मजदूर पहुंचने से उत्पादन प्रभावित रहा. समस्या के समाधान के लिए प्रबंधन ने 27 मई को बैठक बुलायी है. कारखाने में करीब 250 श्रमिक हैं. वामपंथी नेता तरुण घोष का आरोप है तृणमूल कांग्रेस की साजिश से यह कारखाना बंद होने जा रहा था. उनका यह भी आरोप है कि बुधवार सुबह श्रमिक काम पर आये थे, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने उन्हें कारखाने में प्रवेश करने नहीं दिया. इस वजह से तनाव व्याप्त हो गया. कारखाना लंबे समय तक बंद था. 2023 के मई महीने में खुला था. बुधवार सुबह कुछ मजदूर कारखाने में प्रवेश कर गये. वे अपनी ड्यूटी करने वाले थे. तभी मजदूरों को गेट पर रोकना शुरू हो गया. 27 तारीख को समस्या को लेकर प्रबंधन बैठक करेगा. दूसरी तरफ, तृणमूल कांग्रेस के नेता व दिगसुई हयारा ग्राम पंचायत के उप प्रधान विरेंद्र खाड़ा ने वामपंथी नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये नेता कारखाने में दादागीरी कर रहे हैं. श्रमिकों से कमीशन खा रहे हैं. इसका पता चलने के बाद इसका विरोध किया गया और मांग की गयी कि उन दो नेताओं को कारखाने से बाहर किया जाये. वाम नेताओं ने श्रमिकों को भड़का कर कारखाना बंद करवाने की साजिश रची. लेकिन कारखाना को बंद नहीं होने दिया गया. तृणमूल कांग्रेस चाहती है कि कारखाना बेहतर तरीके से चले. मजदूरों को काम व सही वेतन भी मिले. हुगली जिला ग्रामीण पुलिस के मगरा थाने की पुलिस ने हस्तक्षेप कर मामले को नियंत्रित किया. प्रबंधन ने कहा है कि बुधवार को मजदूरों की उपस्थिति कम रहने से उत्पादन कार्य प्रभावित हुआ है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version