नेवटिया गेटवेल में पहली बार हुई रेट्रोपेरिटोनिस्कोपिक सर्जरी

कूचबहिार के युवक को मिला जीवनदान पिछले दो सालों से दाहिनी किडनी में संक्रमण के कारण दर्द से था परेशान सिलीगुड़ी : पिछले दो सालों से कूचबिहार का एक युवक पेट के नीचे दाहिने हिस्से में असहनीय दर्द और बुखार से परेशान था. इस दौरान कई जगहों पर इलाज कराने के बावजूद उसकी तकलीफ कम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 20, 2019 1:46 AM

कूचबहिार के युवक को मिला जीवनदान

पिछले दो सालों से दाहिनी किडनी में संक्रमण के कारण दर्द से था परेशान
सिलीगुड़ी : पिछले दो सालों से कूचबिहार का एक युवक पेट के नीचे दाहिने हिस्से में असहनीय दर्द और बुखार से परेशान था. इस दौरान कई जगहों पर इलाज कराने के बावजूद उसकी तकलीफ कम नहीं हुई. अंतत: वो हारकर नेवटिया गेटवेल हेल्थकेयर सेंटर पहुंचा. जहां कई तरह के जांच परीक्षण के बाद यह पता चला कि इंफेक्शन के कारण उसे दर्द हो रहा है. इसके साथ उसकी दाहिनी किडनी भी पूरी तरह काम नहीं कर रही है.
नेवटिया गटवेल हेल्थकेयर सेंटर में यूरोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक कुमार सिंह ने गंभीर बीमारी से पीड़ित युवक की जांच के बाद यह निर्णय लिया कि संक्रमित किडनी को ऑपरेशन द्वारा हटाने के बाद ही उसे दर्द से राहत मिल सकेगी. तब डॉ सिंह ने रेट्रोपेरिटोनिस्कोपिक विधि से ऑपरेशन किया. इसके तहत पेट के निचले हिस्से में तीन छोटे छिद्र कर संक्रमित किडनी को हटाया गया.
इस जटिल ऑपरेशन को डॉ अभिषेक कुमार सिंह और एनस्थेटिक डॉ तीर्थ साहु ने सफलतापूर्वक अंजाम दिया. ऑपरेशन के दूसरे दिन ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. इस संबंध में डॉ अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि परंपरागत ओपेन सर्जरी में मरीज को सात से दस दिन तक अस्पताल में रहना पड़ता था. लेकिन रेट्रोपेरिटोनिस्कोपिक सर्जरी से मरीज को शीघ्र ही आराम मिलता है और ठीक हो जाता है. इसके साथ मरीज को चलने-फिरने में कोई दिक्कत भी नहीं होती है.

Next Article

Exit mobile version