उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार का समर्थन नहीं : क्रामाकपा
दार्जिलिंग : शहर के तमांग बौद्ध गुम्बा रोड स्थित क्रामाकपा के केंद्रीय कार्यालय में रविवार को उपचुनाव कमेटी की बैठक आयोजित की गयी. बैठक के बाद दार्जिलिंग विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को समर्थन नहीं करने का निर्णय लिया गया. इसकी जानकारी उपचुनाव के संयोजक किशोर प्रधान ने पत्रकारों को दी. दो घंटे तक चले […]
दार्जिलिंग : शहर के तमांग बौद्ध गुम्बा रोड स्थित क्रामाकपा के केंद्रीय कार्यालय में रविवार को उपचुनाव कमेटी की बैठक आयोजित की गयी. बैठक के बाद दार्जिलिंग विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को समर्थन नहीं करने का निर्णय लिया गया. इसकी जानकारी उपचुनाव के संयोजक किशोर प्रधान ने पत्रकारों को दी.
दो घंटे तक चले बैठक के बाद क्रामाकपा उपचुनाव के संयोजक किशोर प्रधान ने बताया कि दार्जिलिंग विधानसभा के उपचुनाव में क्रामाकपा ने भाजपा उम्मीदवार को समर्थन नहीं करने की घोषणा की है. श्री प्रधान ने आगे कहा कि दार्जिलिंग विधानसभा के उपचुनाव में क्रामाकपा ने निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन करने का निर्णय लिया है.
लेकिन वह निर्दलीय उम्मीदवार कौन होगा, इसकी घोषणा क्रामाकपा सोमवार को करेगी. दार्जिलिंग विधानसभा के उपचुनाव के लिये नामांकन दाखिल करने का सोमवार को अंतिम दिन है. सोमवार को सभी उम्मीदवारों की ओर से नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद क्रामाकपा किसको समर्थन करेगी, इसकी घोषणा की जायेगी. राष्ट्रीय दलों के कारण क्षेत्रीय समस्या एवं मुद्दों पर प्रभाव पड़ सकता है.
इसलिये क्रामाकपा ने क्षेत्रीय निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन करने का निर्णय लिया है. लोकसभा चुनाव में क्रामाकपा, गोरामुमो, गोजमुमो (विमल गुट) आदि जैसे राजनीतिक दलों से लेकर संघ-संस्थाओं ने भी भाजपा उम्मीदवार राजू विष्ट को समर्थन दिया था. लेकिन उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार का विरोध और निर्दलीय को समर्थन के प्रश्न पर श्री प्रधान ने कहा कि दार्जिलिंग लोकसभा का क्षेत्रफल पर्वतीय क्षेत्र से लेकर सिलीगुड़ी तराई तक शामिल है. हमलोगों का प्रभुत्व दार्जिलिंग क्षेत्र में है. लेकिन सिलीगुड़ी तराई क्षेत्र में नहीं है.
इसलिये गोर्खाओं के पुरानी मांग को संसद में पहुंचाने के लिये हमलोगों ने भाजपा उम्मीदवार का समर्थन किया था. भाजपा उम्मीदवार राजू विष्ट की जीत के बाद उन्होंने संसद में गोर्खाओ की मांग को लेकर काम करेगा या नहीं इस पर हमारी पोनी नजर रहेगी. दार्जिलिंग विधानसभा के उपचुनाव को लेकर क्रामाकपा ने उम्मीदवार के रूप में गोविन्द छेत्री का नाम लिया था.
परंतु बैठक में क्रामाकपा ने अपने पार्टी उम्मीदवार को नामांकन पत्र दाखिल कराने के बदले निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन करने का सोच क्यों बना रहे हैं, इसके जवाब में किशोर प्रधान ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान हमारा जो गठबन्धन हुआ था. हम सभी ने उपचुनाव में संयुक्त उम्मीदवार खड़ा करने का बात हुई थी. जिसके कारण हम सभी ने अपने-अपने पार्टी उम्मीदवार का चयन किया था. जिसमें क्रामाकपा ने गोविन्द छेत्री का नाम प्रस्तावित किया था.