सिलीगुड़ी : अवैध निर्माण पर चला नगर निगम का बुल्डोजर

सिलीगुड़ी : अंत में प्रशासन ने अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाकर ढाह दिया. प्रशासन के इस कदम से इलाके में खलबली मची हुयी है. बुधवार सुबह सिलीगुड़ी नगर निगम, महकमा प्रशासन व प्रधान नगर थाना पुलिस बुल्डोजर के साथ प्रधान नगर के पटेल रोड पहुंची. पटेल रोड निवासी जय नारायण गुप्ता व सजीव दत्ता का […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 31, 2019 1:18 AM

सिलीगुड़ी : अंत में प्रशासन ने अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाकर ढाह दिया. प्रशासन के इस कदम से इलाके में खलबली मची हुयी है. बुधवार सुबह सिलीगुड़ी नगर निगम, महकमा प्रशासन व प्रधान नगर थाना पुलिस बुल्डोजर के साथ प्रधान नगर के पटेल रोड पहुंची. पटेल रोड निवासी जय नारायण गुप्ता व सजीव दत्ता का घर ढाह दिया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय निवासी अर्णव कांति घोष ने वर्ष 2014 में सिलीगुड़ी नगर निगम के 1 नंबर बोरो कमेटी में अवैध निर्माण की शिकायत दर्ज करायी. बोरो कमेटी से मामला नगर निगम तक पहुंचा. शिकायतकर्ता ने बीते वर्ष 2018 में सिलीगुड़ी महकमा शासक को भी मामले से अवगत कराया. एसडीओ कोर्ट के निर्देश पर बुधवार को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में अवैध निर्माण को ढाह दिया गया.
शिकायतकर्ता अर्णव घोष ने बताया कि उन्होंने 1984 में अपना मकान बनाया. वर्ष 2014 में उनके पड़ोसी ने सजीव दत्ता के हाथो अपनी जमीन बेच ली. सजीव दत्ता उस जमीन पर मकान बनाना शुरू किया. अर्णव कांति घोष का आरोप है कि सजीव ने उनके मकान से सटाकर बाउंड्री वाल के चार इंच के पीलर पर ही छात का भार दे दिया.
यहीं नहीं बल्कि वहां पूरा चार मंजिला मकान खड़ा कर दिया. उसका अनुकरण कर पड़ोसी जय नारायण गुप्ता ने भी तीन मंजिली इमारत खड़ी कर दी. नियम के खिलाफ इमारत बनने से कभी भी बड़ा हादसा होने की संभावना जताकर उन्होंने कई बार सजीव व जय नारायण को समझाने की नाकाम कोशिश की. बाद में उन्होंने सिलीगुड़ी नगर निगम व एसडीओ कोर्ट में शिकायत दर्ज करा दी. अवैध निर्माण पाये जाने पर ही प्रशासन ने बुल्डोजर चलाया है.
मौके पर मौजूद सिलीगुड़ी नगर निगम के सहायक इंजीनियर ब्रिजीत आइच ने बताया कि कई बार निर्माण कार्य को रोकने का नोटिस दोनों को भेजा गया.
जबकि दोनों निगम के नोटिस को नजरअंदाज कर लगातार निर्माण कार्य कर चार मंजिला व तीन मंजिला इमारत खड़ा कर दिया. दोनों इमारत नियमों को ताख पर रखकर बनाये गये हैं. बल्कि इतने दिनों में दोनों मकान मालिक प्लान तक नहीं दिखा पाये. बाद में यह मामला एसडीओ कोर्ट में भी गया.
इसके बाद निगम ने अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए नोटिस जारी किया. लेकिन इन लोगों ने उसकी भी अवहेलना की. बाद में एसडीओ कोर्ट व निगम ने दोनों इमारत को तोड़ने का निर्देश दिया. उसी निर्देश के तहत बुधवार को दोनों इमारत पर बुल्डोजर चलाया गया.

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