सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी निवासी को आया पाक से फोन, 25 लाख रुपये इनाम जीतने का झांसा

सिलीगुड़ी : हनी ट्रैप के जरिये देश की खुफिया जानकारी ही नहीं बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और भी कई नापाक हरकतें कर रहा है. पाकिस्तान से सिलीगुड़ी के एक युवक को फोन कर 25 लाख रुपये का प्रलोभन दिया गया है. रुपये का लालच देकर युवक से उसका व उसके दोस्तों के बैंक अकाउंट नंबर, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 15, 2019 5:47 AM
सिलीगुड़ी : हनी ट्रैप के जरिये देश की खुफिया जानकारी ही नहीं बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और भी कई नापाक हरकतें कर रहा है. पाकिस्तान से सिलीगुड़ी के एक युवक को फोन कर 25 लाख रुपये का प्रलोभन दिया गया है. रुपये का लालच देकर युवक से उसका व उसके दोस्तों के बैंक अकाउंट नंबर, पता व अन्य जानकारी हासिल करने की कोशिश की गयी है.
पाकिस्तान से आये फोन के बाद युवक घबराया हुआ है. बल्कि उसने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के साइबर क्राइम थाने में शिकायत भी दर्ज करायी है.
यह घटना सिलीगुड़ी के सेवक रोड निवासी विकास साहा के साथ घटी है. विकास साहा विधान मार्केट स्थित एक जूता दुकान में काम करता है. रविवार से उसके मोबाइल पर पाकिस्तान के नंबर से लगातार फोन आ रहा है. रविवार सुबह एक फोन उनके व्हाट्सएप पर आया.
विकास ने बताया कि फोन करने वाले ने खुद को पाकिस्तानी चैनल जियो केबीसी का कर्मचारी बताकर 25 लाख रुपये इनाम जीतने की जानकारी दी. साथ ही एक मोबाइल नंबर दिया,जिसे किसी बैंक नंबर का बताया गया . उस मोबाइल नंबर पर फोन कर इनाम की रकम प्राप्त करने को कहा. विकास ने उस नंबर पर फोन किया लेकिन वह नहीं लगा.
फिर कुछ देर बाद फोन कर विकास को दूसरा नंबर दिया गया . इस बार बैंक मैनेजर का नाम आकाश वर्मा बताया गया. इस बार नंबर लगा और विकास की बात हुई. कथित बैंक मैनेजर ने खुद को दिल्ली के एक बैंक का अधिकारी बताकर 25 लाख रुपये का चेक ले जाने को कहा.
सिलीगुड़ी से दिल्ली की दूरी की समस्या का निदान भी उसने बताया. दिल्ली से रुपया ट्रांसफर करने के लिए पहले विकास से उसका बैंक अकाउंट नंबर मांगा गया. इनकार करने पर उसके दोस्तों के अकाउंट नंबर मांगे गये.
इसके बाद घर का पता पूछा गया. यह घटनाक्रम फर्जी समझ में आने के बाद विकास साहा ने फोन नंबर को इंटरनेट पर चेक किया. फोन नंबर का कोड पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का बताया जा रहा है. उसके बाद विकास साहा काफी सहम गया है. उसने बताया कि उसका व्हाट्सएप नंबर कैसे उन लोगों को मिला उसे पता नहीं. उसने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज करायी है.

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