सिलीगुड़ी : मिलनपल्ली इलाके में भरभराकर गिरी दीवार

सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी थाना अंतर्गत मिलनपल्ली इलाके में अचानक एक बड़ी दीवार गिरने से अफरा-तफरी मच गई. गनीमत यह रही कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ. दोपहर के वक्त सड़क पर आवाजाही कम रहने के कारण एक बड़ी दुर्घटना टल गई. हांलाकि इस बाउंड्री वाल ने एक कार को जरूर अपने चपेट में ले लिया. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 5, 2019 5:51 AM
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी थाना अंतर्गत मिलनपल्ली इलाके में अचानक एक बड़ी दीवार गिरने से अफरा-तफरी मच गई. गनीमत यह रही कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ. दोपहर के वक्त सड़क पर आवाजाही कम रहने के कारण एक बड़ी दुर्घटना टल गई.
हांलाकि इस बाउंड्री वाल ने एक कार को जरूर अपने चपेट में ले लिया. कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. शुक्रवार को यह घटना मिलनपल्ली के मुकुंद दास रोड में हुई है. मिली जानकारी के अनुसार मुकुंद दास रोड पर खाली एक प्लॉट में भवन निर्माण का काम हो रहा है.
आरोप है कि बिल्डर ने बगैर किसी सुरक्षा उपायों के पीलर के लिए मिट्टी खोदने का काम शुरू कर दिया. मिट्टी को जर्जर दीवार से सटाकर रखने से ही यह हादसा हुआ है. मिट्टी को बाउंड्री वाल से सटाकर रखना शुरू कर दिया. जिसकी वजह से वहां मिट्टी का पहाड़ जमा हो गया.
जिसका भार नहीं सह पाने के कारण ही दीवार गिर गई. दिन के करीब डेढ़ से 2 बजे के बीच यह घटना हुयी होगी. उसके बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अचानक एक तेज आवाज के साथ करीब 50 फीट की दीवार ढह गई. लोग भागे-भागे मौके पर पहुंचे तो दीवार को सड़क पर धाराशायी पाया.
दीवार के किनारे खड़ी एक कार भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. खबर मिलते ही स्थानीय वार्ड पार्षद सीमा साह तथा उनके पति एवं वार्ड सचिव जयंत साह भी मौके पर पहुंचे.दोनों ने परिस्थिति का जायजा लिया. इस घटना में विकास अग्रवाल की कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. विकास अग्रवाल का कहना है कि वह दीवार के सामने बने एक मकान में रहते हैं.
उन्हें कहीं जाना था. इसलिए अपनी कार निकाल कर सड़क पर रखी थी. अचानक एक तेज आवाज सुनकर वह घर से बाहर निकले. देखा दीवार उनके कार्य पर गिरी पड़ी है. इस बीच घटना की सूचना मिलते ही सिलीगुड़ी थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंची. बिल्डर को भी इसकी जानकारी दी गई.
बिल्डर ने सड़क पर गिरी दीवार को साफ कराया. वार्ड पार्षद सीमा साह का कहना है कि यह काफी व्यस्त सड़क है. पास हिंदी हाई स्कूल है. हमेशा ही आम लोगों की आवाजाही इस सड़क से होती है. हिन्दी हाई स्कूल के बच्चे भी स्कूल आने-जाने के लिए इसी सड़क का उपयोग करते हैं. गनीमत यह रही कि जिस समय हादसा हुआ उस समय यह सड़क सुनसान पड़ी थी. वरना एक बड़ी दुर्घटना हो सकती थी.
उन्होंने इसके लिए नगर निगम पर भी हमला बोला. श्रीमती साह ने कहा कि नगर निगम की ओर से बिल्डिंग प्लान की मंजूरी तो दे दी जाती है लेकिन उस पर निगरानी की कोई व्यवस्था नहीं की जाती. जिसकी वजह से बिल्डर मनमाने तरीके से भवन बनाते हैं. सुरक्षा के उपाय नहीं किए जाते. उन्होंने नगर निगम से सभी कंस्ट्रक्शन साइट पर नियमित रूप से निगरानी किए जाने की भी मांग की.
श्रीमती साह ने आगे कहा कि यह दीवार करीब 30 साल पुरानी थी. अगर दीवार से सटाकर मिट्टी का ढेर जमा किया जाएगा तो निश्चित रूप से दीवार उसे बर्दाश्त नहीं कर पाएगी. आज यही हुआ भी. मिट्टी के पहाड़ के कारण दीवार गिर गई है.

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