विनय ने सुकना से सिक्किम सरकार को दिखायी आंख

दार्जिलिंग मामले में हस्तक्षेप नहीं करने की चेतावनी पड़ोसी राज्य को अंजाम भुगतने की भी दी धमकी सिलीगुड़ी. गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के वर्तमान सुप्रीमो सह जीटीए के कार्यवाहक चेयरमैन विनय तमांग ने सिक्किम सरकार को खुलेआम चेतावनी देते हुए दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की चेतावनी दी है. इतना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 22, 2018 8:51 AM
दार्जिलिंग मामले में हस्तक्षेप नहीं करने की चेतावनी
पड़ोसी राज्य को अंजाम भुगतने की भी दी धमकी
सिलीगुड़ी. गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) के वर्तमान सुप्रीमो सह जीटीए के कार्यवाहक चेयरमैन विनय तमांग ने सिक्किम सरकार को खुलेआम चेतावनी देते हुए दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की चेतावनी दी है. इतना ही नहीं उन्होंने सिक्किम को अंजाम भुगतने की भी धमकी दी है. उन्होंने कहा कि अगर दार्जिलिंग के अंदरुनी मामलों में हस्तक्षेप हुआ तो पड़ोसी राज्य को भी अंजाम भुगतने के लिए भी तैयार रहना होगा. श्री तमांग ने पड़ोसी राज्य सिक्किम सरकार को यह चेतावनी रविवार को सिलीगुड़ी के निकट सुकना के स्कूल मैदान में आयोजित विराट जनसभा के दौरान दी.
श्री तमांग ने पड़ोसी राज्य की सरकार को दूसरे के घर में न झांकने की सलाह देते हुए कहा है कि अगर दोनों पड़ोसी राज्य ही एक-दूसरे के अंदरुनी मामलों में तांक-झांक न करें तो दोनों राज्यों की ही भलायी होगी. अन्यथा हम भी पड़ोसी राज्य का मर्यादा लांघने को मजबूर होंगे और सिक्किम के राजनीतिक मामलों में जबरन हस्तक्षेप करेंगे.
हम सभी पड़ोसी राज्य एक-दूसरे के साथ भाईचारे के साथ रहें, यह हम सभी के लिए अच्छा होगा. यहां बता दें कि सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने अलग गोरखालैंड राज्य बनाने की मांग का समर्थन किया है. कुछ महीने पहले जब पहाड़ पर गोरखालैंड आंदोलन की वजह से 104 दिनों तक बंद था तो पवन चामलिंग ने गोरखालैंड की वकालत की थी.
श्री तमांग यहीं पर नहीं रुके. उन्होंने सिक्किम पर भूमिगत गोजमुमो नेता विमल गुरुंग पर पनाह देने का भी आरोप लगाया. उन्होंने इसके लिए भी पड़ोसी राज्य को सतर्क किया है.

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