पहल: शहर के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए ‘बांग्लार बाड़ी’ परियोजना, जरूरतमंदों को घर दिलायेगी राज्य सरकार

कोलकाता : हर किसी का यह सपना होता है कि उसका भी अपना एक घर हो, पर इस महंगाई के जमाने में इस सपने को साकार करना बेहद मुश्किल होता जा रहा है, विशेष रूप से शहरों में रहनेवाले आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए अपना आशियाना बनाना चांद को जमीन पर लाने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2017 11:17 AM
कोलकाता : हर किसी का यह सपना होता है कि उसका भी अपना एक घर हो, पर इस महंगाई के जमाने में इस सपने को साकार करना बेहद मुश्किल होता जा रहा है, विशेष रूप से शहरों में रहनेवाले आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए अपना आशियाना बनाना चांद को जमीन पर लाने के समान हो गया है, पर अब यह मुश्किल आसान होती नजर आ रही है. राज्य सरकार शहरों में जिंदगी बसर कर रहे जरूरतमंदों के सर पर छत उपलब्ध कराने के लिए एक नयी परियोजना शुरू करने जा रही है.
शहरी जरूरतमंदों को घर उपलब्ध कराने के लिए राज्य की ममता बनर्जी सरकार ने बांग्लार बाड़ी नामक एक परियोजना शुरू की है. सोमवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस फैसले पर मुहर लग गयी. इस संबंध में शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने बताया कि हम लोगों ने आमार जोमीं-आमार बाड़ी नामक एक परियोजना शुरू की थी, जिसके तहत वैसे लोगों को घर बनाने के लिए दो लाख 79 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती थी, जिनके पास जमीन तो है, पर उनकी आर्थिक हालत ऐसी नहीं है कि वह उस पर अपना घर बना सके.

पर शहरों में जमीन की किल्लत के कारण इस परियोजना को आगे बढ़ाने में दिक्कत आ रही थी. इसलिए हम लोगों ने अब बांग्लार बाड़ी नामक एक दूसरी परियोजना शुरू की है, जिसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर ऐसे लोगों को घर उपलब्ध कराया जायेगा, जिनके पास न तो जमीन है आैर न ही पैसे.

श्री चटर्जी ने बताया कि यह परियोजना राज्य के नगरपालिका इलाकों में चलायी जायेगी. इसके तहत जी प्लस थ्री आकार की बहुमंजिली इमारत तैयार की जायेगी. उस इमारत में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को 385 वर्ग फीट का फ्लैट दिया जायेगा. प्रत्येक फ्लैट के निर्माण पर चार लाख 79 हजार रुपये का खर्च आयेगा.