वार्ड पार्षद खुशबू मित्तल पर विधवा से दुर्व्यवहार का आरोप, तृकां के युवा कार्यकर्ताओं ने दफ्तर में किया हंगामा

सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम के आठ नंबर वार्ड की भाजपा पार्षद खुशबू मित्तल पर एक विधवा बासंती सरकार के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप तृणमूल कांग्रेस (तृकां) ने लगाया है. इसको लेकर तृकां युथ आठ नंबर वार्ड कमेटी के बैनर तले वार्ड में धिक्कार रैली निकाली गयी. तृकां आठ नंबर वार्ड के अध्यक्ष नटवर नकीपुरिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2017 8:51 AM
सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी नगर निगम के आठ नंबर वार्ड की भाजपा पार्षद खुशबू मित्तल पर एक विधवा बासंती सरकार के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप तृणमूल कांग्रेस (तृकां) ने लगाया है. इसको लेकर तृकां युथ आठ नंबर वार्ड कमेटी के बैनर तले वार्ड में धिक्कार रैली निकाली गयी. तृकां आठ नंबर वार्ड के अध्यक्ष नटवर नकीपुरिया और तृकां युथ वार्ड कमेटी के अध्यक्ष मनीष बारी के नेतृत्व में यह रैली निकली.

रैली पूरे वार्ड की परिक्रमा करते हुए पार्षद के निज निवास के सामने पहुंची. मकान के भूतल स्थित पार्षद दफ्तर का प्रदर्शनकारियों ने घेराव किया. पार्षद द्वारा पीड़ित विधवा को आवासीय प्रमाण पत्र देने से इंकार किये जाने के मामले को लेकर प्रदर्शनकारियों ने धिक्कार रैली निकाली और पार्षद के दफ्तर का घेराव भी किया. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बासंती सरकार विधवा है. उसका एक लड़का सुब्रत सरकार है. वह वार्ड के ही विवेकानंद रोड पर सड़क के किनारे खुद एक छोटा होटल चलाती है.

वह कल अपने बेटे के लिए आवासीय प्रमाण पत्र लेने के लिए पार्षद के पास गयी थी. खुशबू मित्तल ने सर्टिफिकेट देने से इंकार कर दिया. आरोप है कि पार्षद ने विधवा पर बांग्लादेशी होने का आरोप लगाया.पीड़ित मिला का कहना है कि उसके साथ दुर्व्यवार तो हुआ ही साथ ही सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के नाम पर तीन सौ रुपये प्रति महिन देने का दबाव दिया जा रहा है. प्रदर्शन के दौरान प्रभुनाथ भौपाली, राहुल मंडल के अलावा तकरीबन 20-25 युवक शामिल थे.

प्रदर्शनकारियों पर खुशबू का पलटवार
पार्षद खुशबू मित्तल ने उल्टा प्रदर्शनकारियों पर ही पलटवार करते हुए उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है. खुशबू का कहना है कि तृकां द्वारा पहले से कोई अनुमति नहीं ली गयी. बगैर अग्रिम सूचना के ही अचानक आज सुबह तकरीबन 25 युवक उनके दफ्तर में आ धमके और दुर्व्यवहार किया. इन युवकों में अधिकांश युवकों का इस वार्ड से कोई संबंध ही नहीं है. प्रदर्शनकारियों के आरोपों पर खुशबू ने अपनी सफाई में कहा कि वह अपने बेटे की नौकरी के आवेदन के लिए आवासीय प्रमाण पत्र लेने आयी थी. लेकिन उसके पास वोटर पहचान-पत्र व आधार कार्ड जैसे कोई जरुरी दस्तावेज नहीं है. उसे दस्तावेजों व एक पासपोर्ट साइज फोटो साथ लाने पर ही सर्टिफिकेट देने की बात कही थी. इसके अलावा श्रीमती मित्तल ने विधवा पर हाइड्रेन के उपर अवैध तरीके से होटल चलाने का आरोप भी लगाया.