चुनाव के सातवें चरण में सड़कों पर घट सकती हैं यात्री बसें

एक जून को कोलकाता समेत उत्तर और दक्षिण 24 परगना में मतदान होना है.

By Prabhat Khabar Print | May 22, 2024 7:26 PM

कोलकाता.पांचवें चरण के तहत हुए मतदान के कारण जहां हावड़ा में बसों की कमी से यात्रियों को दो-चार होना पड़ा, वहीं सातवें और अंतिम चरण के मतदान के दौरान महानगर के यात्रियों का भारी पेरशानी हो सकती है. एक जून को कोलकाता समेत उत्तर और दक्षिण 24 परगना में मतदान होना है. आशंका है कि 27 और 28 तारीख से ही कोलकाता की सड़कों से बसें नदारद रह सकती हैं. खासकर कोलकाता से हावड़ा गामी और कोलकाता से उपनगरों के बीच चलने वालीं 90 प्रतिशत बसें कम हो जाने की आशंका है. बस मालिक संगठनों को डर है कि दैनिक यात्रियों को परेशानी हो सकती है. आखिरी दौर के चुनाव के दौरान बसों को चुनाव ड्यूटी के लिए लिया जा रहा है. इसमें निजी बसों के साथ मालवाही वाहनों को भी लिया गया है. चुनाव आयोग के साथ स्थानीय पुलिस स्टेशन, आरटीओ और लालबाजार के अधिकारी वाहनों को चुनावी ड्यूटी के लिए ले रहे हैं. बस मालिक के संगठनों ने कहा कि अगले दो सप्ताह तक सड़क पर कम बसें और मिनी बसें रहेंगी. इसके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था संभव नहीं है. बस मालिक संगठन का कहना है कि चुनाव आयोग ने मतदान के साथ मतगणना के दिन तक के लिए वाहनों को लिया है. चुनाव आयोग को वोटों की गिनती से पहले मतदान कर्मियों के लिए परिवहन की व्यवस्था करनी है. सिटी सब अर्बन बस सर्विस के महासचिव टीटू साहा ने कहा हम यात्रियों से माफी मांगते हैं. हमारे लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था करना संभव नहीं है. दूसरी तरफ गर्मी की छुट्टियों के बाद जून के पहले सप्ताह से सभी स्कूल खुल जायेंगे. ऐसे में बसों की संख्या कम होने से विद्यार्थियों को स्कूल आने-जाने में भी परेशानी हो सकती है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version