लॉ कॉलेज की पीड़ित छात्रा को दूसरे संस्थान में ट्रांसफर किया गया
दक्षिण कोलकाता के एक लॉ कॉलेज परिसर में जून में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार की शिकार प्रथम वर्ष की छात्रा को कलकत्ता विश्वविद्यालय की मंजूरी से अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए दूसरे संस्थान में स्थानांतरित कर दिया गया.
कोलकाता. दक्षिण कोलकाता के एक लॉ कॉलेज परिसर में जून में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार की शिकार प्रथम वर्ष की छात्रा को कलकत्ता विश्वविद्यालय की मंजूरी से अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए दूसरे संस्थान में स्थानांतरित कर दिया गया. सूत्रों के अनुसार, स्थानांतरण प्रक्रिया पूरी होने और कालीपूजा की छुट्टियों के बाद उसकी कक्षाएं फिर से शुरू करने की उम्मीद है. कलकत्ता विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया : विश्वविद्यालय की मंजूरी से प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो गयी है. पीड़िता के पिता ने मीडिया को बताया कि हालांकि उनकी बेटी को शुरू में सरकार द्वारा संचालित लॉ कॉलेज में प्रवेश मिल गया था, लेकिन परिवार ने अब उसकी सुरक्षा और मन की शांति सुनिश्चित करने के लिए एक निजी संस्थान को चुना है. इससे पहले, उन्होंने चिंता जतायी थी कि उसी कॉलेज में वापस जाने से उनकी बेटी की मानसिक स्थिति प्रभावित हो सकती है. ध्यान रहे, यह घटना 25 जून की रात को हुई थी, जब यह छात्रा उस दिन पहले कसबा में कॉलेज में एग्जाम फॉर्म भरने गयी थी, तब उस पर एक अस्थायी स्टाफ ने कथित तौर पर हमला किया, जो इंस्टीट्यूशन का एक पुराना स्टूडेंट था. पीड़िता के लिखित शिकायत दर्ज कराने के बाद आरोपी को उसके साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया. मामले की अभी भी जांच चल रही है. इस घटना के बाद छात्रा काफी भयभीत थी. पश्चिम बंगाल महिला आयोग के प्रोत्साहन के बाद, वह एग्जाम देने के लिए तैयार हुई. उसने कलकत्ता यूनिवर्सिटी द्वारा किये गये खास इंतजाम के तहत अपनी परीक्षा दी, जिससे उसे अपनी सुरक्षा और निजता सुनिश्चित करने के लिए एक अलग एग्जाम सेंटर पर अपने पेपर लिखने की अनुमति दी गयी. अब उसे दूसरे निजी कॉलेज में ट्रांसफर किया गया है.
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