दिल्ली में दुर्गापूजा पंडालों में मोदी की तस्वीर लगाने पर बवालतृणमूल ने इसे पूजा का राजनीतिकरण बताया

राजधानी नयी दिल्ली में दुर्गा पूजा पंडालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाने को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है.

By SANDIP TIWARI | September 19, 2025 10:25 PM

कोलकाता. राजधानी नयी दिल्ली में दुर्गा पूजा पंडालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाने को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. भाजपा नेतृत्व पर आरोप है कि आयोजकों को दिल्ली में राज्य सरकार की ओर से रियायतें देने के बदले पंडालों में मोदी की तस्वीर लगाने के लिए दबाव डाला गया. तृणमूल कांग्रेस ने इस कदम को ‘पूजा का राजनीतिकरण’ करार देते हुए भाजपा पर जोरदार हमला बोला है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर तृणमूल ने लिखा कि भाजपा का बंगाल की आस्था और संस्कृति को बदनाम करने का एजेंडा अब दिल्ली में भी सामने आ गया है. पार्टी ने कहा, ‘जिस पूजा को भक्ति और श्रद्धा का केंद्र होना चाहिए, उसे भाजपा प्रचार का मंच बनाना चाहती है. लेकिन दिल्ली के पूजा आयोजकों ने इसका डटकर विरोध किया और पीएम मोदी की तस्वीर लगाने से साफ इनकार कर दिया. यह भाजपा के अहंकार की हार है.’ 2026 की चुनौती का जिक्र : तृणमूल ने अपने सोशल मीडिया पर आधिकारिक पोस्ट में यह भी कहा कि भाजपा पहले बंगाल में दुर्गापूजा पर रोक लगाने जैसे झूठे आरोप लगाती रही है और मां दुर्गा की उत्पत्ति पर सवाल खड़े करती रही है. अब वही पार्टी पूजा को प्रचार का साधन बनाने में जुटी है. तृणमूल ने चेतावनी दी कि वर्ष 2026 में पश्चिम बंगाल में होने वाला विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए बंगाल में राजनीतिक अंत साबित होगा.

कुणाल घोष का हमला: दुर्गापूजा को लेकर राजनीति सही नहीं

तृणमूल प्रवक्ता व पार्टी के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा, ‘दिल्ली में भाजपा बैकफुट पर चली गयी है. वहां की मुख्यमंत्री ने कहा कि हर पंडाल में मोदीजी की तस्वीर लगनी चाहिए, लेकिन आयोजकों ने साफ मना कर दिया. आखिर क्यों किसी राजनीतिक नेता की तस्वीर मां दुर्गा की प्रतिमा के पास रखी जाये? वही नरेंद्र मोदी और भाजपा नेता, जिन्होंने पहले बंगाल में कहा था कि दुर्गापूजा होती ही नहीं, आज पंडालों में अपनी तस्वीर लगाने की राजनीति कर रहे हैं, जो सही नहीं है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं दिल्ली की सभी पूजा समितियों को प्रणाम करता हूं, जिन्होंने इस अनुरोध के समान वाले फरमान को ठुकराया. पूजा स्वतंत्र रहनी चाहिए. भाजपा कहीं स्कूलों में पीएम मोदी की जीवनी थोपती है, कहीं स्टेडियम का नाम बदलकर प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर रख देती है, कहीं योजनाओं का नाम बदल देती है और अब मां दुर्गा के पंडाल में मोदी की तस्वीर लगाने की जिद कर रही है.

बोलीं सागरिका घोष: दिल्ली में दुर्गापूजा का हो रहा राजनीतिकरण

तृणमूल की सांसद सागरिका घोष ने भी भाजपा को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा, ‘भाजपा की दिल्ली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पंडालों में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर लगाने का जो अनुरोध किया, वह करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का अपमान है. दुर्गापूजा पंडाल भक्ति और मां दुर्गा की उपस्थिति का स्थल है. वहां किसी राजनीतिक नेता की तस्वीर क्यों लगायी जाये? यह सिर्फ दुर्गापूजा का खुला राजनीतिकरण है.’ घोष ने यह भी कहा कि ‘यह कदम न केवल धार्मिक परंपराओं का अनादर है, बल्कि यह भाजपा की मानसिकता को भी उजागर करता है. भाजपा खुद को हिंदू धर्म की पार्टी कहती है, लेकिन धर्म और परंपरा को वोट और सत्ता के लिए इस्तेमाल कर रही है. दिल्ली में ज्यादातर पूजा आयोजकों ने एक तरह से फरमान माने जाने वाले अनुरोध को नकार दिया है और भाजपा विवादों में घिर गयी है.’

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