सुंदरवन में फिर पर्यटकों को रॉयल बंगाल टाइगर के दीदार का सौभाग्य
दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरवन भ्रमण पर पहुंचे पर्यटकों को एक बार फिर रॉयल बंगाल टाइगर को बेहद करीब से देखने का रोमांचक अनुभव मिला.
नदी किनारे बाघ देखकर रोमांचित हुए सैलानी, कैमरे में कैद किया दृश्य
सुंदरवन.
दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरवन भ्रमण पर पहुंचे पर्यटकों को एक बार फिर रॉयल बंगाल टाइगर को बेहद करीब से देखने का रोमांचक अनुभव मिला. अचानक सामने आये बाघ को देखकर नाव पर सवार पर्यटकों में भारी उत्साह देखा गया और यह क्षण उनके लिए जीवनभर की याद बन गया. जानकारी के अनुसार, 13 दिसंबर को कैनिंग से 30 पर्यटकों का एक दल कुलतली के कैखाली घाट से नाव पर सवार होकर सुंदरवन भ्रमण के लिए रवाना हुआ था. एक दिन की यात्रा पूरी कर लौटते समय, जब उनकी नाव अजमलमारी 11 नंबर जंगल के पास पहुंची, तभी नदी किनारे अचानक एक रॉयल बंगाल टाइगर नजर आया. नाव पर मौजूद पर्यटकों ने जंगल के किनारे बाघ को देखकर खुशी और रोमांच का इजहार किया और तुरंत इस दृश्य को मोबाइल कैमरों में कैद कर लिया. पर्यटकों का कहना है कि प्राकृतिक परिवेश में इस तरह बाघ को इतने करीब से देखना उनके जीवन के सबसे यादगार अनुभवों में से एक रहेगा. पर्यटकों और नाविकों ने वन विभाग के सभी नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित दूरी बनाए रखी. किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गई, जिससे पूरी यात्रा सुरक्षित रही. नाव के मालिक ने बताया कि वह कुलतली के कैखाली इलाके से नाव लेकर बननी कैंप क्षेत्र की ओर गये थे. सोमवार को लौटते समय मैपीठ में नदी पार करते हुए उन्होंने बाघ को देखा. उस समय बाघ नदी पार कर जंगल की ओर जा रहा था. खुले में बाघ को इस तरह देखकर पर्यटक बेहद उत्साहित नजर आये. इस घटना से एक बार फिर सुंदरवन की समृद्ध जैव विविधता और पर्यटन की अपार संभावनाएं उजागर हुई हैं. वन विभाग के अनुसार, प्राकृतिक आवास में बाघ का दिखना एक सकारात्मक संकेत है, जिससे क्षेत्र में वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन दोनों को बढ़ावा मिलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
