मसौदा सूची से जिनके नाम हटे हैं, उनकी गहन जांच करें

मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के बाद ड्राफ्ट ‍वोटर लिस्ट से 58 लाख से ज्यादा मतदाताओं के नाम हटा दिये गये हैं.

By AKHILESH KUMAR SINGH | December 17, 2025 1:27 AM

सीएम ने तृणमूल नेताओं- कार्यकर्ताओं को दिया संदेश, कहा

संवाददाता, कोलकातामतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से 58 लाख से ज्यादा मतदाताओं के नाम हटा दिये गये हैं. मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को अपने विधानसभा क्षेत्र भवानीपुर के पार्षदों व तमाम बूथ लेवल एजेंट-2 (बीएलए-2) के साथ बैठक की. बैठक मुख्यमंत्री के यहां कालीघाट स्थित आवास पर हुई. इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बक्शी व राज्य के शहरी विकास मंत्री व कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम भी मौजूद रहे. सूत्रों के अनुसार, बैठक में सुश्री बनर्जी ने मसौदा मतदाता सूची को लेकर सख्त संदेश देते हुए कहा है कि जिन मतदाताओं के नाम सूची से हटे हैं, उनकी पुख्ता और गहन जांच की जाये. यदि किसी वैध मतदाता का नाम गलत तरीके से हटाया गया है, तो सुनवाई के दौरान सरकार और पार्टी उनके साथ खड़ी रहेगी. बैठक में देवाशीष कुमार, संदीप रंजन बक्शी, असीम बोस समेत भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी वार्डों के पार्षद भी उपस्थित रहे. सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि मसौदा सूची प्रकाशित होने के बाद जिन योग्य मतदाताओं के नाम हटे हैं, उन्हें दोबारा मतदाता सूची में शामिल कराने के लिए हरसंभव मदद की जाये. सुश्री बनर्जी ने एसआइआर प्रक्रिया को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि किसी भी सूरत में योग्य मतदाताओं के नाम नहीं कटने चाहिए. उन्होंने निर्देश दिया कि मृत और स्थानांतरित मतदाताओं की सूची की विशेष रूप से जांच की जाये. साथ ही यह भी आरोप भी लग रहे हैं कि मसौदा सूची में कई जीवित मतदाताओं को मृत दिखा दिया गया है. मुख्यमंत्री ने ऐसे मामलों की बारीकी से पड़ताल करने का निर्देश दिया. भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 70 नंबर वार्ड, जिसे मिनी इंडिया के नाम से जाना जाता है, पर विशेष नजर रखने के निर्देश स्थानीय पार्षद असीम बोस को दिये गये हैं. मुख्यमंत्री पहले भी इस वार्ड में स्थानीय बांग्लाभाषियों को हटाकर बाहरी लोगों को बसाने के आरोप उठा चुकी हैं. इस इलाके में विभिन्न भाषा-भाषी के लोग रहते हैं. इसके अलावा खिदिरपुर क्षेत्र के कई वार्ड भी ममता बनर्जी की विधानसभा के अंतर्गत आते हैं. इन वार्डों की निगरानी की जिम्मेदारी वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम को सौंपी गयी है.

दक्षिण कोलकाता जिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष देवाशीष कुमार को कालीघाट से सटे वार्डों की एसआइआर मसौदा सूची पर नजर रखने को कहा गया है.

सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि एक सप्ताह बाद जब सुनवाई प्रक्रिया शुरू होगी, तब हर मतदाता के साथ खड़ा रहना होगा. जैसे पहले चरण में एन्यूमरेशन फॉर्म भरते समय मतदाताओं की मदद की गयी थी, उसी तरह अब भी इलाके-इलाके में कैंप लगाकर सहायता उपलब्ध करानी होगी. जरूरत पड़ने पर घर-घर जाकर लोगों की मदद करने को भी कहा गया है. मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि किसी भी वैध मतदाता का नाम नहीं कटना चाहिए और इसे सुनिश्चित करने के लिए सभी बीएलओ को सक्रिय भूमिका निभानी होगी. गौरतलब है कि मंगलवार को मतदाता सूची की मसौदा सूची प्रकाशित हुई, जिसमें राज्यभर में 58 लाख से ज्यादा मतदाताओं के नाम हटाये हैं. इनमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्वाचन क्षेत्र भवानीपुर में करीब 44,770 नाम शामिल हैं. मुख्यमंत्री जिस बूथ में मतदान करती हैं, वह मित्रा इंस्टीट्यूशन, जो 260 नंबर बूथ है, वहां से लगभग 127 मतदाताओं के नाम हटे हैं. सूची के अनुसार, इनमें से 13 लोगों को मृत दिखाया गया है, जबकि अधिकतर मतदाताओं को या तो अनुपलब्ध बताया गया है या स्थायी रूप से स्थानांतरित.

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