आज हाइकोर्ट में याचिका दायर करेंगे पीड़ित

एक बार फिर पश्चिम बंगाल के लोगों को बांग्लादेशी बताकर बांग्लादेश भेजने का आरोप लगा है.

By AKHILESH KUMAR SINGH | July 7, 2025 1:51 AM

जबरन बांग्लादेश भेजने का मामलासंवाददाता, कोलकाता एक बार फिर पश्चिम बंगाल के लोगों को बांग्लादेशी बताकर बांग्लादेश भेजने का आरोप लगा है. आरोप है कि बीरभूम जिले के मुरारई के पैकार गांव के एक परिवार के तीन सदस्यों समेत कुल छह लोगों को बांग्लादेश भेजा गया है. पिछले महीने 18 जून को दिल्ली के रोहिणी इलाके से केएन काटजू थाने की पुलिस ने इन छह लोगों को गिरफ्तार किया था. रोशनी बीबी नामक परिवार की सदस्य ने कहा, “बार-बार थाने जाकर पूछने के बावजूद पुलिस को मेरी बहन, बहनोई और पांच साल की भतीजी का कोई सुराग नहीं मिला है. परिवार ने राज्य के श्रम विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया है. उन्होंने पश्चिम बंगाल श्रमिक कल्याण बोर्ड से भी संपर्क किया है. उनकी पहल पर परिवार के सदस्य सोमवार को कलकत्ता हाइकोर्ट में मामला दर्ज करायेंगे. इस संबंध में पश्चिम बंगाल श्रमिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद समीरुल इस्लाम ने कहा, “बांग्लाभाषी प्रवासी श्रमिकों का निर्वासन कब रुकेगा? भाजपा कब समझेगी कि वे जिन्हें विदेश भेज रहे हैं, वे सभी वास्तविक भारतीय नागरिक हैं. महाराष्ट्र पुलिस के बाद अब दिल्ली पुलिस ने बीरभूम के पैकार गांव के लोगों को बांग्लादेश निर्वासित किया है. हम उनके परिवार को उनकी कानूनी लड़ाई में हर संभव सहायता प्रदान करेंगे. लेकिन मैं शिक्षित बंगाली समुदाय और सभी जिम्मेदार भारतीय नागरिकों से अनुरोध करता हूं कि वे इस तरह के बर्बर अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाएं.

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