खेल मंत्री का इस्तीफा, डीजीपी को नोटिस, विधाननगर डीसीपी सस्पेंड

फुटबॉल के दिग्गज खिलाड़ी लियोनेल मेसी के कार्यक्रम में हुई अराजकता व कुप्रबंधन पर पश्चिम बंगाल सरकार ने सख्त कदम उठाया है. मामले में राज्य के युवा कल्याण व खेल मंत्री अरूप विश्वास ने इस्तीफा दे दिया है.

By AKHILESH KUMAR SINGH | December 17, 2025 1:21 AM

मेसी के कार्यक्रम में अराजकता. मंत्री, पुलिस महानिदेशक समेत कई अधिकारी जांच के घेरे में

विधाननगर के पुलिस आयुक्त मुकेश कुमार, युवा और खेल विभाग के सचिव राजीव कुमार सिन्हा को भी जारी किया गया कारण बताओ नोटिस, साॅल्टलेक स्टेडियम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की सेवाएं खत्म

संवाददाता, कोलकाताफुटबॉल के दिग्गज खिलाड़ी लियोनेल मेसी के कार्यक्रम में हुई अराजकता व कुप्रबंधन पर पश्चिम बंगाल सरकार ने सख्त कदम उठाया है. मामले में राज्य के युवा कल्याण व खेल मंत्री अरूप विश्वास ने इस्तीफा दे दिया है. खेल विभाग के प्रधान सचिव, राज्य के डीजीपी, विधाननगर के पुलिस आयुक्त, उपायुक्त व सॉल्टलेक स्टेडियम के अधिकारी जांच के घेरे में हैं. घटना के दिन ही मुख्यमंत्री ने इसकी जांच के लिए पूर्व न्यायाधीश असीम कुमार राय के नेतृत्व में जांच दल का गठन किया था, जिसमें मुख्य सचिव मनोज पंत भी शामिल हैं. इस समिति ने मंगलवार को रिपोर्ट पेश की है, जिसमें पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाये गये हैं.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले हफ्ते मेस्सी के कार्यक्रम से जुड़े आयोजन में कुप्रबंधन को लेकर हुए विवाद के मद्देनजर खेल मंत्री अरूप विश्वास का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. विश्वास ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर खेल मंत्री के पद से मुक्त कर देने का अनुरोध किया था. हालांकि, वह कैबिनेट मंत्री के रूप में बने रहेंगे और उनके पास बिजली विभाग का प्रभार बना रहेगा. तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि विश्वास का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है तथा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खेल एवं युवा कल्याण विभाग का कार्यभार संभालेंगी.

विश्वास ने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच के लिए उनका पद से हट जाना चाहिए, इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री से इस्तीफा मंजूर करते हुए पद से मुक्त करने का आग्रह किया. मुख्यमंत्री ने कहा है कि अरूप विश्वास का प्रस्ताव सही है, इसलिए जब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनको इस पद से मुक्त किया जा रहा है. पश्चिम बंगाल सरकार ने मेसी के कार्यक्रम के दौरान कथित कुप्रबंधन को लेकर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया. मुख्य सचिव मनोज पंत के कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार ने विधाननगर के पुलिस उपायुक्त अनीश सरकार को निलंबित कर दिया है.

बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार ने विधाननगर के उपायुक्त अनीश कुमार को निलंबित कर दिया है और घटना वाले दिन कर्तव्य में कथित लापरवाही के लिए उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू की है. युवा मामले एवं खेल विभाग के प्रधान सचिव राजेश कुमार सिन्हा को भी कथित लापरवाही को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. साॅल्टलेक स्टेडियम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी देब कुमार नंदन की सेवाएं तत्काल प्रभाव से वापस ले ली गयी हैं.

मेसी का कार्यक्रम बीच में ही रोकना पड़ा: उल्लेखनीय है कि शनिवार को लियोनेल मेसी के कार्यक्रम में अराजकता के कारण कार्यक्रम बीच में बंद कर दिया गया था. इस व्यवधान के कारण फुटबॉल सुपरस्टार को स्टेडियम से समय से पहले ही निकलना पड़ा, जबकि तोड़फोड़ से लगभग दो करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. इससे पहले दिन में, न्यायमूर्ति राय ने कहा कि जांच समिति की रिपोर्ट ने मानक संचालन प्रक्रियाओं के उल्लंघन, विशेष रूप से स्टेडियम के अंदर पानी की बोतलों की उपस्थिति पर गंभीर सवाल उठाये हैं. स्टेडियम में मची अफरा-तफरी के दौरान गैलरी से पानी की बोतलें फेंकी गयी थीं.

मुझे नहीं मिला है खेल मंत्री का इस्तीफा : राज्यपाल

कोलकाता. राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मंगलवार को कहा कि उन्हें अब तक खेल मंत्री अरूप विश्वास का औपचारिक इस्तीफा पत्र प्राप्त नहीं हुआ है. राज्यपाल ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि खेल मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन संविधान के अनुसार इस्तीफे को स्वीकार करने के लिए राज्यपाल को औपचारिक पत्र मिलना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि वह संबंधित फाइल का इंतजार कर रहे हैं. राज्यपाल ने बताया कि खेल मंत्री के इस्तीफे की मांग सोमवार को ही कर दी गयी थी और सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर कई सिफारिशें दी गयी थीं. उनके अनुसार कुल 14 सिफारिशों में से अब तक केवल पांच पर ही अमल किया गया है, जबकि बाकी पर जवाब का इंतजार है. राज्यपाल ने कहा कि इस गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.

जांच समिति की सिफारिश पर हुई कार्रवाई

बताया गया है कि साॅल्टलेक स्टेडियम में 13 दिसंबर को हुए आयोजन के दौरान कथित कुप्रबंधन की जांच के लिए गठित जांच समिति की सिफारिशों के बाद यह कार्रवाई की गयी. बयान में कहा गया है कि डीजीपी राजीव कुमार को जारी कारण बताओ नोटिस में कार्यक्रम स्थल पर सामने आयी खामियों के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है और जवाब देने के लिए 24 घंटे की समय सीमा निर्धारित की गयी है. विधाननगर पुलिस आयुक्त मुकेश कुमार को भी इसी तरह का कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और उनसे उस कार्यक्रम के प्रबंधन में आयुक्त कार्यालय की भूमिका एवं आचरण को स्पष्ट करने के लिए कहा गया, जिसके फलस्वरूप शनिवार को स्टेडियम परिसर के भीतर दर्शकों द्वारा बड़े पैमाने पर अराजकता और तोड़फोड़ की गयी थी.

एसआइटी गठित, चार आइपीएस अधिकारियों को किया गया शामिल

सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति आशीष कुमार राय की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय जांच समिति की सिफारिशों के अनुसार, राज्य ने स्टेडियम में हुई अराजकता की गहन जांच करने के लिए चार वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों – पीयूष पांडे, जावेद शमीम, सुप्रतिम सरकार और मुरलीधर का एक विशेष जांच दल (एसआइटी) बनाया है. राज्य सरकार की इस घोषणा के कुछ घंटे बाद ही आइपीएस अधिकारियों की टीम ने सॉल्टलेक स्टेडियम का दौरा किया.

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