आपदा प्रबंधन में नयी पहल: कल्याणी एम्स में दिखाया गया आरोग्य मैत्री ‘भीष्म क्यूब’
खास बात यह है कि इसे 20 से 40 मिनट के भीतर तैनात कर कार्यशील बनाया जा सकता है.
20 मिनट में तैनात होने वाला मोबाइल अस्पताल, आपदा स्थल पर 200 पीड़ितों के इलाज में सक्षम
कल्याणी. नदिया जिले के कल्याणी एम्स में गुरुवार को ‘भारत हेल्थ इनीशिएटिव फॉर सहयोग, हित और मैत्री’ योजना के तहत आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब यानी ‘भीष्म क्यूब’ का प्रदर्शन किया गया. यह भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से आपदा प्रबंधन पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक अनूठी पहल है.आपदा स्थल पर तेज और असरदार स्वास्थ्य सेवा
यह हेल्थ क्यूब एक मॉड्यूलर मोबाइल अस्पताल है, जिसे हवाई, समुद्री या सड़क मार्ग से आपदा स्थल पर कुछ ही घंटों में भेजा जा सकता है. खास बात यह है कि इसे 20 से 40 मिनट के भीतर तैनात कर कार्यशील बनाया जा सकता है. यह प्रणाली आपदा स्थल पर 200 घायल पीड़ितों का इलाज करने में सक्षम है और 60 मरीजों की आपातकालीन जीवनरक्षक शल्य चिकित्सा भी कर सकती है. प्रदर्शन कार्यक्रम में भारतीय सेना, एनडीआरएफ, बीएसएफ, राज्य सरकार के अधिकारी और एम्स कल्याणी के डॉक्टरों व नर्सों समेत 200 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.
विशेषज्ञों ने बतायी भीष्म क्यूब की विशेषताएं
इस अवसर पर एम्स कल्याणी के कार्यकारी निदेशक प्रो डॉ रामजी सिंह, चिकित्सा अधीक्षक कर्नल प्रो अजय मलिक, भीष्म क्यूब के आविष्कारक सेवानिवृत्त एयर वाइस मार्शल प्रो (डॉ) तन्मय रॉय (विशिष्ट सेवा मेडल) और एचएलएल के अधिकारी विशाल उपस्थित थे. डॉ तन्मय रॉय ने बताया कि यह क्यूब केवल एक उपकरण नहीं, बल्कि आपातकालीन चिकित्सा में क्रांति लाने वाला प्लेटफॉर्म है. उन्होंने कहा, “यह उपकरण आपदा के समय तेजी, सटीकता और आधुनिक चिकित्सा सुविधा के साथ एक गेम चेंजर साबित होगा, जिससे अनगिनत लोगों की जान बचाई जा सकेगी.” भीष्म क्यूब्स को राज्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कल्याणी एम्स में तैनात किया जायेगा. सभी संबंधित हितधारकों को इस प्रणाली की त्वरित तैनाती और प्रभावी उपयोग के लिए नियमित प्रशिक्षण भी प्रदान किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
