वृद्धा हत्याकांड में प्रेमी सहित नौकरानी अरेस्ट
पंचसायर थाना क्षेत्र में हुई वृद्धा की हत्या के मामले में पुलिस ने 24 घंटों के अंदर ही महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के नाम आशालता सरदार (36) और मोहम्मद जलाल मीर (41) हैं. आरोपी महिला वृद्धा के घर की नौकरानी, जबकि दूसरा आरोपी उसका प्रेमी बताया गया है.
कोलकाता.
पंचसायर थाना क्षेत्र में हुई वृद्धा की हत्या के मामले में पुलिस ने 24 घंटों के अंदर ही महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के नाम आशालता सरदार (36) और मोहम्मद जलाल मीर (41) हैं. आरोपी महिला वृद्धा के घर की नौकरानी, जबकि दूसरा आरोपी उसका प्रेमी बताया गया है. शनिवार की सुबह पुलिस ने आशालता को उसके किराये के मकान से गिरफ्तार किया. वहीं, दूसरे आरोपी को ढोलाहाट स्थित उसके घर से पकड़ा गया.शुक्रवार सुबह न्यू गरिया को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी स्थित आवास से सूचना मिली कि बिजया दास (79) के घर का मेन गेट अंदर से बंद है और भीतर से कोई आवाज भी नहीं आ रही है. घरेलू सहायिका मधुमिता हाल्दार ने कई बार आवाज दी, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर उसने पुलिस को सूचित किया. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने देखा कि वृद्धा सीढ़ियों के पास खून से लथपथ पड़ी थी. उनके सिर और चेहरे पर गंभीर चोट थी. हाथ-पैर भी बंधा था. उन्हें तुरंत एनआरएस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मौके पर वृद्धा के पति प्रशांत दास भी कमरे में अचेत अवस्था में पाये गये. वहीं, घर का पिछला दरवाजा खुला हुआ था. अनुमान लगाया गया कि आरोपी इसी रास्ते से घर में घुसे थे. पुलिस ने मौके पर फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ, फोटोग्राफर आदि को बुलाकर फॉरेंसिक जांच शुरू की.आरोपियों ने तीन दिनों तक की थी वृद्धा के घर की रेकी
घटना के बाद पुलिस ने वृद्धा के मकान के पास सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के रिकॉर्डिंग की जांच की, तो गिरफ्तार नौकरानी और उसके प्रेमी को मृतका के घर जाते हुए देखा गया. घटना को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने तीन दिनों तक रेकी की थी. आरोपी महिला शादीशुदा होने के बावजूद उसके पति से संबंध अच्छे नहीं थे. वह आया सेंटर के जरिये अलग-अलग घरों में काम करती थी. इस बीच, उसकी मुलाकात जलाल से हुई और जल्द ही दोनों के बीच अवैध संबंध बन गये. आरोपी आशालता ने 17 अगस्त को वृद्ध दंपती के घर काम शुरू किया. लगातार तीन दिनों तक पूरे घर के नक्शे को समझा. उसे पता चला कि दंपती का बेटा जर्मनी में और बेटी मुंबई में रहती है. उसने घर में रखे नकद और गहनों का भी पता लगा लिया. गुरुवार को आरोपी महिला ने योजना को अमलीजामा पहनाया. सबसे पहले उसने घर का सीसीटीवी कनेक्शन काट दिया. फिर मेन स्विच बंद कर दिया. उसी दिन दोपहर को खाना डिलिवरी से आया था, जिसे उसने खुद रिसीव किया, ताकि कोई और घर में प्रवेश न कर सके. वृद्धा की हत्या करने के बाद आरोपी नौकरानी गहने, नकदी व दोनों मोबाइल फोन लेकर घर का दरवाजा बंद किया और वहां से निकल गयी. वह अपने प्रेमी के साथ उसके घर पहुंची और वहां गहने रखकर अपने मायके चली गयी.मोबाइल ट्रैकिंग से मिला सुराग
वारदात के बाद दोनों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर दिये थे, लेकिन एक बार जब आशालता ने वृद्ध दंपती का मोबाइल ऑन किया, तो पुलिस ने तुरंत उसका टावर लोकेशन ट्रैक कर लिया. इसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुट गयी. बाद में उसे और उसके प्रेमी से पूछताछ की गयी. इस दौरान विसंगतियों मिलने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस का कहना है कि लूटे गये गहने व खून से सना एक डंडा बरामद कर लिया गया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह हत्या पूरी तरह सुनियोजित थी. आरोपी तीन दिन तक रेकी करते रहे और फिर मौका देखकर वारदात को अंजाम दिया. लेकिन तकनीकी जांच और त्वरित कार्रवाई से 24 घंटे के अंदर ही केस सुलझा लिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
