धक्का-मुक्की में नेता प्रतिपक्ष को लगी चोट
शुभेंदु अधिकारी बेलगछिया डंपिंग ग्राउंड पहुंचे और भू- धंसान के कारण क्षतिग्रस्त हुए घरों के लोगों से मिले और पीड़ितों को पांच-पांच हजार रुपये दिये.
हावड़ा के बेलगछिया डंपिंग ग्राउंड में भू-धंसान के मामले ने तूल पकड़ा, भारी हंगामा, नारेबाजी
बेलगछिया डंपिंग ग्राउंड पहुंचे शुभेंदु अधिकारी, कहा- ये पीड़ित हिंदू हैं, इसलिए राज्य सरकार इन्हें भगाना चाहती है
प्रत्येक पीड़ित परिवार को दिये पांच-पांच हजार रुपये
संवाददाता, हावड़ा
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता तथा भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी सोमवार को हावड़ा के बेलगछिया डंपिंग ग्राउंड पहुंचे और भू- धंसान के कारण क्षतिग्रस्त हुए घरों के लोगों से मुलाकात कर उन्हें पांच-पांच हजार रुपये और तिरपाल प्रदान दिया. हालांकि, वहां जाने के दौरान पुलिस से धक्का-मुक्की में श्री अधिकारी के एक हाथ में चोट लग गयी. उनके पहुंचते ही तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गो बैक के नारे लगाये. इसके जवाब में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी पलटवार करते हुए जय श्री राम का नारा लगाया. स्थिति तनावपूर्ण हो गयी, लेकिन किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई. बाद में पत्रकारों से बातचीत में श्री अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार इन पीड़ितों को इसलिए यहां से भगाना चाहती है, क्योंकि ये लोग हिंदू हैं. अगर ये रोहिंग्या होते, तो इन्हें सब कुछ बिन मांगे ही मिल जाता. उन्होंने इस भू-धंसान और तीन दिनों तक जलापूर्ति बंद रहने के लिए सरकार को जिम्मेवार ठहराया. उन्होंने कहा कि डंपिंग ग्राउंड के आसपास रहने वाले लोगों को खाना नहीं मिल रहा है. पानी नहीं मिल रहा है. इन लोगों की जिम्मेवारी कौन लेगा. उन्होंने राज्य सरकार से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत यहां रह रहे 100 परिवारों को फ्लैट देने की मांग की. उन्होंने कहा कि इन सभी पीड़ितों को फ्लैट में शिफ्ट किया जाना चाहिए और प्रत्येक परिवार को 20-20 हजार रुपये दिये जायें. श्री अधिकारी ने कहा कि मंगलवार से भाजपा यहां राहत शिविर लगायेगी. पानी नहीं मिलने तक सभी परिवार को 20 लीटर पानी का जार दिया जायेगा. भाजपा उन्हें हर तरह से मदद करेगी.डंपिंग ग्राउंड में भू-धंसान से पैदा हुई समस्या
गौरतलब है कि पिछले गुरुवार को बेलगछिया डंपिंग ग्राउंड में भू- धंसान होने से यहां पानी की दो पाइपलाइनें फट गयी थीं, जिससे नगर निगम इलाके के 22 वार्डों में जलापूर्ति ठप हो गयी. मरम्मत कार्य शुरू हुआ, लेकिन इस दौरान पूरा पाइपलाइन ही ब्लास्ट कर गया. शनिवार को मध्य हावड़ा और शिवपुर विधानसभा क्षेत्र में जलापूर्ति बहाल तो हुई, लेकिन उत्तर हावड़ा के सभी 14 वार्डों में जलापूर्ति शुरू नहीं हो सकी. पूरे उत्तर हावड़ा में पानी के लिए हाहाकार मच गया. आखिरकार, रविवार देर शाम को मरम्मत कार्य संपन्न हुआ और उत्तर हावड़ा के लोगों को जलसंकट से राहत मिली.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
