अराजकता पर राज्यपाल केंद्र को सौंपेंगे जनहितैषी रिपोर्ट

राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सॉल्टलेक स्थित विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में दिग्गज फुटबॉलर लियोनेल मेसी के कार्यक्रम के दौरान हुई अराजकता को प्रबंधन की विफलता करार दिया है.

By AKHILESH KUMAR SINGH | December 16, 2025 2:06 AM

संवाददाता, कोलकाता

राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सॉल्टलेक स्थित विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में दिग्गज फुटबॉलर लियोनेल मेसी के कार्यक्रम के दौरान हुई अराजकता को प्रबंधन की विफलता करार दिया है. राज्यपाल ने सोमवार को कहा कि इस संबंध में वह केंद्र सरकार को एक ‘जनहितैषी रिपोर्ट’ सौंपेंगे और राज्य सरकार को भी आवश्यक सुझाव देंगे. यहां लोक भवन में संवाददाताओं से बातचीत में राज्यपाल ने कहा कि इस घटना से फुटबॉल प्रेमियों की भावनाएं आहत हुई हैं और आम आदमी, विशेषकर फुटबॉल प्रशंसकों की गरिमा को ठेस पहुंची है. उन्होंने कहा, “यह एक जनहितैषी रिपोर्ट होगी, जिसे मैं भारत सरकार को सौंपूंगा. साथ ही राज्य सरकार को भी अपने सुझाव दूंगा.”

गौरतलब रहे कि 13 दिसंबर को सॉल्टलेक स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम उस समय हिंसा और अव्यवस्था में बदल गया, जब मेसी कड़े सुरक्षा घेरे में स्टेडियम पहुंचे और टिकट होने के बावजूद बड़ी संख्या में फुटबॉल प्रेमियों को उनकी झलक पाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.

राज्यपाल बोस ने स्वयं रविवार को कार्यक्रम स्थल का दौरा किया था. योजना और प्रशासन में खामियों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “उस दिन जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था. इससे दुनिया भर के फुटबॉल प्रेमियों की भावनाएं आहत हुई हैं. यह प्रबंधन और व्यवस्थागत विफलता का मामला है. आश्चर्य की बात है कि इतनी बड़ी भीड़ के लिए कोई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तक मौजूद नहीं थी.” उन्होंने बताया कि वह पहले ही राज्य सरकार को न्यायिक जांच का आदेश देने, सभी दोषियों की गिरफ्तारी और दर्शकों को टिकट की राशि वापस करने के निर्देश दे चुके हैं. राज्यपाल ने स्टेडियम को हुए नुकसान का उल्लेख करते हुए कहा, “विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन सार्वजनिक संपत्ति है. अराजकता के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों में विफल रहने वाले अधिकारियों, विशेष रूप से पुलिस के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.” ्

जब उनसे पूछा गया कि क्या कार्यक्रम में मौजूद नेताओं को भी जांच के दायरे में लाया जायेगा, तो राज्यपाल ने कहा, “मैं इन मुद्दों पर अपनी टिप्पणियां पहले गोपनीय रूप से अपनी सम्मानित संवैधानिक सहयोगी (मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) को, फिर अन्य संबंधित पक्षों को बताऊंगा और उसके बाद ही इसे सार्वजनिक करूंगा.”

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