सुंदरबन में शिक्षकों की लेटलतीफी पर अभिभावकों की ‘गांधीगीरी’

स्कूल समय पर नहीं खुलता, शिक्षक देर से आते हैं और पढ़ाई प्रभावित होती है.

By SUBODH KUMAR SINGH | August 20, 2025 1:26 AM

गुस्से की बजाय जबा फूल देकर किया स्वागत

संवाददाता, कोलकाता.

स्कूल समय पर नहीं खुलता, शिक्षक देर से आते हैं और पढ़ाई प्रभावित होती है. लंबे समय से ऐसी शिकायतों से परेशान अभिभावकों ने मंगलवार को अनोखा कदम उठाया. गुस्से के बजाय उन्होंने ‘गांधीगिरी’ दिखाते हुए देर से स्कूल पहुंचने वाले शिक्षकों और प्रधानाध्यापक का गुलाब नहीं, बल्कि जबा फूल देकर स्वागत किया.

यह घटना सुंदरबन कोस्टल थाना क्षेत्र के सातजेलिया पंचायत अंतर्गत दयापुर स्थित प्रफुल्ल सेन उच्च माध्यमिक हाइस्कूल की है. यहां करीब 450 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं. स्कूल में आठ शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं, लेकिन अभिभावकों का आरोप है कि अधिकांश समय शिक्षक देर से आते हैं या अनुपस्थित रहते हैं.

प्रधानाध्यापक पर भी आरोप

अभिभावकों का सबसे बड़ा आरोप स्कूल के कार्यवाहक प्रधानाध्यापक कालीपद सरदार पर है. आरोप है कि वह भी अक्सर स्कूल नहीं आते और यदि आते भी हैं तो काफी देर से. कुछ सप्ताह पहले प्रश्नपत्र को लेकर उन पर गंभीर आरोप लगे थे. उस समय आक्रोशित अभिभावकों ने उन्हें स्कूल में ही बंद कर दिया था और बाद में प्रशासन के हस्तक्षेप से मुक्त किया गया था.

परीक्षा के दिन भी देर से पहुंचे शिक्षक

मंगलवार को परीक्षा का दिन था. स्कूल के नियम के अनुसार शिक्षकों को सुबह 10 बजे तक उपस्थित होना था, लेकिन आरोप है कि परीक्षा शुरू होने के बाद भी वे नहीं पहुंचे. कथित तौर पर करीब 11 बजे जब प्रधानाध्यापक और कुछ शिक्षक स्कूल में दाखिल हुए, तो गुस्से की जगह अभिभावकों ने उनका स्वागत जबा फूल से किया.

जिला परिषद उपाध्यक्ष की प्रतिक्रिया

घटना पर जिला परिषद उपाध्यक्ष अनिमेष मंडल ने कहा कि स्कूल की पढ़ाई लगभग ठप होने की कगार पर है. शिक्षकों के समय पर स्कूल नहीं आने के आरोप लगे हैं. ऐसे में अभिभावकों ने गांधीगिरी दिखाते हुए गुलाब की जगह जबा फूल भेंट किया है. अगर इससे शिक्षक सुधरें तो सबसे ज्यादा लाभ विद्यार्थियों को होगा.

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