मालदा के आदिनाथ हिंदू मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित हो : शमिक भट्टाचार्य

बंगाल के मालदा जिले में स्थित प्राचीन आदिनाथ हिंदू मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित की जाये

By SANDIP TIWARI | December 5, 2025 11:09 PM

कोलकाता/नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद शमिक भट्टाचार्य ने शुक्रवार को राज्यसभा में केंद्र सरकार से आग्रह किया कि पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में स्थित प्राचीन आदिनाथ हिंदू मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित की जाये, इसे टिकट लेकर देखे जाने वाला स्मारक घोषित किया जाये और वहां मौजूद कलाकृतियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाये जायें. शून्यकाल के दौरान मुद्दा उठाते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को मंदिर की ऐतिहासिक उत्पत्ति की विस्तृत जांच करनी चाहिए. मंदिर में गणेश प्रतिमा, शिवलिंग, लक्ष्मी प्रतिमा समेत अन्य धरोहर हैं. उन्होंने कहा, “हम सरकार से आग्रह करते हैं कि मालदा के आदिनाथ मंदिर को संरक्षित किया जाये और इसे टिकट लेकर देखे जाने वाला स्मारक घोषित किया जाये.” पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सदस्य और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि कुछ लोग इसे मस्जिद बताने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि वहां से पूर्व-स्थित हिंदू मूर्तियों के अवशेष मिले हैं, इसलिए उचित अध्ययन आवश्यक है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शब-ए-बारात के अवसर पर कुछ असामाजिक तत्वों ने मंदिर पर पथराव किया तथा कहा कि ऐसे प्रयास बर्दाश्त नहीं किये जायेंगे. उन्होंने कहा, “हम अपनी इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर को मिटने नहीं दे सकते. यह लड़ाई देश की सांस्कृतिक विरासत की रक्षा की लड़ाई है.” भट्टाचार्य ने बताया कि जीतू संथाल ने मालदा जिले के पंड़ुआ में स्थित इस मंदिर स्थल को पुनर्स्थापित करने के लिए संघर्ष किया था. उन्होंने कहा कि 1865-67 के दौरान मालदा के कलेक्टर ने उपलब्ध साक्ष्यों का दस्तावेजीकरण किया था, जो इस स्थल के हिंदू मंदिर होने का संकेत देते हैं. तृणमूल कांग्रेस के एक नेता की मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद बनाने की हालिया कथित घोषणा का उल्लेख करते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि ऐसा कोई कदम न तो उठाया जा सकता है और न ही इसकी अनुमति दी जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है