रियल एस्टेट कंपनी समेत दो जगहों पर इडी के छापे
‘मिडलमैन’ प्रसन्न राय की संपत्तियों के मिले सुराग
कोलकाता. सरकारी स्कूलों में ग्रुप-सी और ग्रुप-डी पदों पर हुए नियुक्ति घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने गुरुवार को दो ठिकानों पर छापेमारी की. इडी की टीम ने न्यूटाउन में एक बहुमंजिली इमारत और पार्क स्ट्रीट में एक निजी रियल एस्टेट कंपनी के कार्यालय में तलाशी अभियान चलाया. सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी कथित बिचौलिए प्रसन्न राय की संपत्तियों से जुड़े नये सुरागों के आधार पर की गयी थी. इडी को शक है कि न्यूटाउन की बहुमंजिली इमारत में कुछ फ्लैट्स घोटाले के पैसों से खरीदे गये हैं और इसमें प्रसन्न राय की भी भूमिका हो सकती है. इसी सिलसिले में जांच एजेंसी ने परियोजना की प्रमोटिंग कंपनी के पार्क स्ट्रीट स्थित कार्यालय पर भी छापा मारा. इस अभियान में इडी ने कुछ अहम दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किये हैं. हालांकि, इडी की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. जांच में पहले भी प्रसन्न राय की करोड़ों की संपत्ति का पता चला था, जिसमें से कुछ को पहले ही जब्त किया जा चुका है. अब नये ठिकानों की जानकारी मिलने पर तथ्यों की पुष्टि की जा रही है. गौरतलब है कि नियुक्ति घोटाले में प्रसन्न राय को पहले सीबीआइ ने गिरफ्तार किया था. बाद में इडी ने इस मामले की आर्थिक जांच संभाली. इडी को राय के विभिन्न खातों और कंपनियों में 26 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का पता चला था, जिसे उसने खेती से होने वाली आय बताया था. जांच में राय, उसकी पत्नी और करीबी लोगों के 250 बैंक खातों का पता चला, जिनमें कुल 72 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ था. इडी का आरोप है कि राय की पत्नी के पास आय का कोई वैध स्रोत न होने के बावजूद उसके खाते में दो करोड़ रुपये से अधिक जमा हुए थे. इससे पहले भी इडी इस मामले में राय और उससे जुड़े लोगों की 163 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क कर चुकी है.
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