जेयू में सुरक्षा के लिए लगाये जायेंगे 70 सीसीटीवी कैमरे

जेयू प्रबंधन अपने दोनों परिसरों और छात्रावास में 70 सीसीटीवी कैमरे के साथ-साथ परिसर में और अधिक सुरक्षा गार्ड तैनात करने पर भी विचार कर रहे हैं.

By GANESH MAHTO | August 12, 2025 1:15 AM

ईसी की बैठक में लिया गया फैसला कोलकाता. महानगर के प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थानों में से एक जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रावास में रैगिंग के कारण प्रथम वर्ष के एक छात्र की मौत हो गयी थी. उस घटना के बाद, अब जादवपुर यूनिवर्सिटी में सुरक्षा और कड़ी होने जा रही है. जेयू प्रबंधन अपने दोनों परिसरों और छात्रावास में 70 सीसीटीवी कैमरे के साथ-साथ परिसर में और अधिक सुरक्षा गार्ड तैनात करने पर भी विचार कर रहे हैं. न्यायालय के आदेश पर सोमवार को जादवपुर विश्वविद्यालय की सर्वोच्च नीति-निर्धारक समिति (कार्यकारी परिषद या ईसी) की बैठक हुई. सोमवार को हुई ईसी की इस बैठक का एक मात्र उद्देश्य था – परिसर में पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे लगाने और परिसर की समग्र सुरक्षा बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा करना. इस मुद्दे की विस्तार से जांच के लिए एक समिति का गठन भी किया गया था, उक्त समिति ने सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद एक रिपोर्ट प्रस्तुत की. बैठक में रिपोर्ट को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया. चर्चा के बाद, यह निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय के साल्टलेक और जादवपुर स्थित परिसरों और छात्रावासों में कुल 70 सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. इसके लिए प्रारंभिक बजट 69 लाख रुपये निर्धारित किया गया है. इसके अतिरिक्त, जादवपुर विश्वविद्यालय में 130 स्थायी सुरक्षा गार्ड के पद हैं. लेकिन 78 सुरक्षा गार्ड हैं. शेष 52 पद वर्तमान में रिक्त हैं. इनमें दो पर्यवेक्षक के पद हैं. बैठक में कर्मचारियों की तत्काल भर्ती के आदेश दिये गये हैं. स्थायी सुरक्षा गार्डों के अलावा, परिसर में निजी संगठनों द्वारा अस्थायी रूप से नियोजित सुरक्षा गार्ड भी हैं. वर्तमान में कुल 11 अस्थायी सुरक्षा गार्ड तीन शिफ्टों में आठ घंटे काम कर रहे हैं. जेयू के अधिकारी इस संख्या को बढ़ाने पर भी विचार कर रहे हैं. जादवपुर के दोनों परिसरों में यह संख्या बढ़ायी जायेगी. इस संबंध में जेयूटीए के महासचिव पार्थ प्रतिम रॉय ने कहा कि पहले निर्णय लेने के बाद भी प्रशासनिक जटिलताओं के कारण विश्वविद्यालय आगे नहीं बढ़ पा रहा था. आज अदालत के आदेश पर निर्णय पर मुहर लग गयी. मुझे उम्मीद है कि इस बार ऐसी समस्याओं का शीघ्र समाधान होगा.

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