बांग्लादेश दौरा : उठायेंगे तीस्ता जल बंटवारे का मुद्दा : ममता

कोलकाता/ढाका : पश्चिम बंगाल से बांग्लादेश की अपेक्षाओं पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने भूमि विवाद समझौते के संबंध में समस्याओं को सुलझा लिया है और बांग्लादेश को तीस्ता जल बंटवारे के मुद्दे पर उन पर भरोसा करना चाहिए. उन्होंने यहां एक होटल में साहित्यकारों और कला क्षेत्र की हस्तियों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2015 6:33 AM
कोलकाता/ढाका : पश्चिम बंगाल से बांग्लादेश की अपेक्षाओं पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने भूमि विवाद समझौते के संबंध में समस्याओं को सुलझा लिया है और बांग्लादेश को तीस्ता जल बंटवारे के मुद्दे पर उन पर भरोसा करना चाहिए.
उन्होंने यहां एक होटल में साहित्यकारों और कला क्षेत्र की हस्तियों के साथ बैठक में कहा : तीस्ता मुद्दे पर मुझ पर भरोसा रखिये. मैं इस मामले पर प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ बात करूंगी. सुश्री बनर्जी ने कहा : मैं आम इंसान हूं. जमीन से जुड़ी हूं. मेरी तरफ से, मैंने एलबीए की समस्या को सुलझा लिया है. तीस्ता मुद्दे पर भी मुझ पर भरोसा रखिये. उन्होंने कहा : हमें समस्याएं हैं.
आपको भी समस्याएं हैं. मैं हसीना दी से बात करूंगी. तीस्ता मुद्दे को हम पर छोड़ दीजिये. इसके बारे में फिक्र मत कीजिये. ममता गुरुवार को यहां तीन दिन के दौरे पर पहुंची थीं. 2011 में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली बांग्लादेश यात्र है. वह संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए बांग्लादेश के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत करेंगी. उन्होंने कहा कि वह पश्चिम बंगाल से बांग्लादेश की अपेक्षाओं पर काम करने के लिए उत्सुक हैं. ममता ने अपने राज्य और बांग्लादेश के बीच सांस्कृतिक संबंध मजबूत करने के लिए कई कदम सुझाये. इनमें बंगबंधु भवन का निर्माण भी शामिल है.
उन्होंने साहित्यकारों से बातचीत में कहा : राजनीतिक भूगोल ने हमें बांट दिया है, लेकिन हमारी सोच में कोई बंटवारा नहीं है. ममता ने कहा : मुङो अपनी अपेक्षाओं के बारे में बताइये. हम उचित समय पर उन पर काम करेंगे. उन्होंने कल रात ढाका पहुंचने के बाद कहा था : ऐसा लगता है कि मैं अपने ही देश में आयी हूं. ममता बनर्जी शनिवार को राष्ट्रपति अब्दुल हामिद और प्रधानमंत्री हसीना से मुलाकात करेंगी.
ममता के यहां पहुंचने से पहले विदेश राज्यमंत्री शहरियार आलम ने संवाददाताओं से कहा था कि ढाका को विश्वास है कि उनकी यात्र लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए सकारात्मक माहौल बनायेगी. उन्होंने यह भी कहा : वैसे कानूनन द्विपक्षीय मुद्दों का समाधान केंद्र सरकारें निकालती हैं.