बंगाल में संवैधानिक संकट, लोकतंत्र खतरे में : मुकुल

आरएसएस कार्यकर्ता को गोली मारने के खिलाफ आज मटियाबुर्ज में सभा कोलकाता : कलकत्ता विश्वविद्यालय में राज्यपाल के अपमान पर भाजपा की केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मुकुल राय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद है. राज्यपाल बंगाल के प्रशासनिक प्रधान हैं. राज्यपाल के साथ विवाद संवैधानिक संकट है. राज्य […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 5, 2019 2:26 AM

आरएसएस कार्यकर्ता को गोली मारने के खिलाफ आज मटियाबुर्ज में सभा

कोलकाता : कलकत्ता विश्वविद्यालय में राज्यपाल के अपमान पर भाजपा की केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मुकुल राय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद है. राज्यपाल बंगाल के प्रशासनिक प्रधान हैं. राज्यपाल के साथ विवाद संवैधानिक संकट है.
राज्य सरकार को संवैधानिक पद का सम्मान देना चाहिए. श्री राय ने बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्यपाल केवल राज्य के संवैधानिक प्रधान नहीं हैं, बल्कि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं. जिस तरह से कुलपति चेंबर में ताला बंद कर चलीं गयी.
यह बंगाल की संस्कृति के खिलाफ है. यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य में संवैधानिक संकट के मद्देनजर केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग करेंगे, श्री राय ने कहा कि राज्यपाल केंद्र सरकार के प्रतिनिधि हैं और इस बाबत केंद्र सरकार खुद ही कदम उठायेगी.
श्री राय ने मटियाबुर्ज में आरएसएस कार्यकर्ता को गोली मराने व हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस को सूचित कर जुलूस निकाले जाने के बावजूद पुलिस ने न केवल अनैतिक रूप से गिरफ्तारी की, बल्कि लाठीचार्ज भी किया. पुलिस पूरी तरह तक ट्रिगर हैपी हो गयी है और गैर लोकतांत्रिक पद्धति अपना रही है. उन्होंने कहा कि अभी तक गोली मारनेवाले आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. इसके खिलाफ गुरुवार को मटियाबुर्ज में दोपहर दो बजे विरोध सभा का आयोजन किया गया है.

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