पानागढ़ : साइकिल से फतह किया पहाड़ किलिमंजारो

पानागढ़ : बीते 26 जनवरी को बीरभूम से साइकिल चलाकर अफ्रीका के सबसे ऊंचे पहाड़ किलिमंजारो को फतह कर देश का राष्ट्रीय पताका फहराने वाले प्रथम भारतीय उज्ज्वल पाल गुरुवार को सकुशल घर लौटे. सिउड़ी अपने परिवार के बीच लौटे उज्जवल पाल का परिवार के साथ साथ इलाके के लोगों ने जमकर स्वागत किया. चांद […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 1, 2019 3:07 AM

पानागढ़ : बीते 26 जनवरी को बीरभूम से साइकिल चलाकर अफ्रीका के सबसे ऊंचे पहाड़ किलिमंजारो को फतह कर देश का राष्ट्रीय पताका फहराने वाले प्रथम भारतीय उज्ज्वल पाल गुरुवार को सकुशल घर लौटे. सिउड़ी अपने परिवार के बीच लौटे उज्जवल पाल का परिवार के साथ साथ इलाके के लोगों ने जमकर स्वागत किया.

चांद के पहाड़ कहे जाने वाले अफ्रीका के किलिमंजारो पहाड़ पर साइकिल से यात्रा कर फतह हासिल करने वाले प्रथम भारतीय उज्जवल पाल की सफलता पर जिला के लोगों ने भी बधाई दी है. मूल रूप से जिले के मोहम्मद बाजार थाना अंतर्गत गौरव नगर ग्राम निवासी उज्जवल के माता पिता फिलहाल सिउड़ी में रह रहे हैं.

28 नवंबर को साइकिल से मिस्र की राजधानी काहिरा से अपने अभियान को शुरू किया था. तीन माह में 5500 किलोमीटर सफर तय कर तंजानिया पहुंचे. यहां से साइकिल द्वारा अफ्रीका के सबसे ऊंचे पहाड़ किलिमंजारो के सबसे ऊंचे शिखर पर 26 जनवरी को फतह कर राष्ट्रीय ध्वज फहराया.

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