छठ मैया से दीदी के लिए करें प्रार्थना : स्मिता बख्शी
कोलकाता : जोड़ासांकू की विधायक स्मिता बख्शी ने छठ पूजा के मौके पर आयोजित वस्त्रदान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री बनते ही बंगाल ने छठ पूजा को सरकारी मान्यता मिली है. इसके पहले की सरकार हमेशा छठ व्रतधारियों को कभी ठेला-रिक्शा के नाम पर तो कभी घाटों की गंदगी […]
कोलकाता : जोड़ासांकू की विधायक स्मिता बख्शी ने छठ पूजा के मौके पर आयोजित वस्त्रदान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री बनते ही बंगाल ने छठ पूजा को सरकारी मान्यता मिली है. इसके पहले की सरकार हमेशा छठ व्रतधारियों को कभी ठेला-रिक्शा के नाम पर तो कभी घाटों की गंदगी के नाम पर परेशान करती रही है.
ममता बनर्जी किसी से भेदभाव नहीं करतीं, इसलिये वह जहां सरकारी स्तर पर छठ पूजा में छुट्टी देती हैं. वहीं घाटों की साफ-सफाई और लोगों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देती है. खुद वह व्रतधारियों से मिलने और छठ मैया के प्रति श्रद्धा जताने घाटों पर जाती हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री की तरक्की और मंगल कामना के लिए आप लोग छठ मैया से मन्नत मांगें, ताकि वह आप सभी की सेवा करने लायक बनी रहें.
श्रीमति बख्शी सिंधी बगान में ताइक्वांडो मार्शल आर्ट एसोसिएशन ऑफ बंगाल की ओर से छठ व्रतधारियों के लिए आयोजित वस्त्र वितरण समारोह में हिस्सा लेने पहुंची थीं. उन्होंने इस मौके पर 500 छठ व्रतधारियों में नयी साड़ी और धोती बांटी. इस मौके पर संस्था के चेयरमैन संजय बख्शी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ममता बनर्जी की राजनीति आम लोगों के हित की राजनीति है, लेकिन कुछ लोग हैं, जो अपने स्वार्थ के लिए राजनीति करते हैं.
उन्होंने अपने परिवार और रिश्तेदारों का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने जब ममता के नेतृत्व में राजनीति शुरू की तो सभी को तृणमूल कांग्रेस का सैनिक बना दिया, लेकिन तृणमूल कांग्रेस में कुछ नेता ऐसे हैं जो वसूली की राजनीति करने के लिए आये हैं. ऐसे लोग अपने भाइयों को कांग्रेस, भाजपा और वामपंथियों का झंडा पकड़ा कर रखते हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर उनकी पीठ बची रहे.
लिहाजा सभी छठ व्रतधारियों से उनका अनुरोध है कि वह लोग मां से कामना करें कि ऐसे स्वार्थी लोगों का साया ममता बनर्जी पर न पड़े, क्योंकि वह बची रहेंगी और स्वस्थ रहेंगी तो आम लोगों की सेवा करती रहेंगी.
इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष मनोज सिंह, तपन राय, सौमेंद्र राय (फुन्नु), प्रकाश दुगड़, सुशील कोठारी, रमेश लाखोटिया, अशोक ओझा, प्रेम मिलन के सचिव चंद्रकांत सर्राफ, अवधेश सिंह, श्याम नारायण सिंह, विनोद सिंह, आनंद गुप्ता, विष्णु शर्मा और पवन शर्मा सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे.