ओमान में फंसे हैं बंगाल के 27 लोग, 20 नवंबर से आमरण अनशन करेंगे परिवारवाले

कोलकाता : ओमान में रोजगार के मकसद से कंपनी के माध्यम से विभिन्न देशों से गये सैकड़ों श्रमिकों में 56 भारतीय श्रमिक पिछले डेढ़ साल से समस्याओं से जूझ रहे हैं. किसी कारणवश कोलकाता की एक बड़ी कंपनी का ओमान में प्रोजेक्ट कारगर नहीं होने के कारण 56 श्रमिकों को 13 से 14 माह का […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 9, 2018 1:30 AM
कोलकाता : ओमान में रोजगार के मकसद से कंपनी के माध्यम से विभिन्न देशों से गये सैकड़ों श्रमिकों में 56 भारतीय श्रमिक पिछले डेढ़ साल से समस्याओं से जूझ रहे हैं. किसी कारणवश कोलकाता की एक बड़ी कंपनी का ओमान में प्रोजेक्ट कारगर नहीं होने के कारण 56 श्रमिकों को 13 से 14 माह का वेतन नहीं मिला है.
वे किसी तरह से जद्दोजहद कर जिंदगी गुजार रहे हैं. कंपनी की ओर से उन्हें न ही मदद की जा रही है और न ही उनके बकाया वेतन देते हुए उन्हें वापस लाने का इंतजाम किया जा रहा है. वे कंपनी के इस अमानवीय अत्याचार के शिकार हो रहे हैं. इसे लेकर प्रवासी कामगार परिषद के नेतृत्व में 20 नवंबर से फंसे श्रमिकों के परिवारवाले कोलकाता के शेक्सपीयर सरणी स्थित संबंधित कंपनी के दफ्तर के सामने आमरण अनशन पर बैठेंगे.
गुरुवार को प्रवासी कामगार परिषद के को-ऑर्डिनेटर एसपी तिवारी ने कोलकाता प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि श्रमिकों के पास भोजन तक के पैसे नहीं है. उनका वीजा भी समाप्त हो गया है. वे हर तरह से दुविधा में हैं. यहां तक कि तेलंगाना के एक श्रमिक की मां की मौत हो गयी और वह आ भी नहीं पाया. अपने परिवार का वह एकमात्र सहारा है. उन्होंने कहा कि कंपनी ने अपने प्रोजेक्ट के लिए 2014 से भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान से तीन हजार लोगों को लेकर गयी थी.
अंत में वहां 477 लोग दिक्कतों में थे. बाद में अप्रैल से जून 2018 तक तीन सौ के बकाये रुपये देते हुए उन्हें वापस लाया गया लेकिन बाकी बचे 177 लोगों में 56 भारतीयों के प्रति कोई रूचि नहीं दिखायी जा रही है. वे सभी जून से काफी परेशानी झेल रहे हैं. उनके पास न पैसा, न चिकित्सा सुविधा. कई बीमार पड़ने लगे हैं. इसे लेकर कंपनी से बात की गयी, लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई आश्वासन नहीं दिया जा रहा है.
मामले को लेकर विदेश मंत्रालय, पश्चिम बंगाल सरकार और कोलकाता पुलिस कमिश्नर को ई-मेल से पत्र भेजकर जानकारी दी गयी है. 20 नवंबर से आमरण अनशन पर बैठेंगे. इस दौरान मौके पर बंगाल के अधिकांश फंसे श्रमिकों के परिवार, प्रवासी कामगार परिषद के सदस्यगण मौजूद थे.
इन राज्यों के फंसे हैं लोग
राज्य फंसे श्रमिकों की संख्या
बंगाल 27
बिहार 08
यूपी 13
ओड़िशा 03
छत्तीसगढ़ 02
तेलंगाना व आंध्र प्रदेश 03

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