बंगाल में दुष्कर्म की बढ़ती घटना पर हाइकोर्ट ने जताई चिंता, पुलिस को जम कर लगायी फटकार

कोलकाता : कलकत्ता हाइकोर्ट ने राज्य में बढ़ती दुष्कर्म की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है और इसके लिए पुलिस को जम कर फटकार लगायी है. गुरुवार को हाइकोर्ट में बारासात के नवपल्ली में एक महिला के साथ हुए दुष्कर्म के मामले की सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने कहा कि जो दुष्कर्म जैसे जघन्य […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 2, 2018 8:16 AM
कोलकाता : कलकत्ता हाइकोर्ट ने राज्य में बढ़ती दुष्कर्म की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है और इसके लिए पुलिस को जम कर फटकार लगायी है. गुरुवार को हाइकोर्ट में बारासात के नवपल्ली में एक महिला के साथ हुए दुष्कर्म के मामले की सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने कहा कि जो दुष्कर्म जैसे जघन्य कुकर्म किया है, उनसे भी जघन्य अपराध पुलिस ने किया है. सब कुछ जानते हुए भी पुलिस चुप है.
मामले की सुनवाई के दौरान हाइकोर्ट के न्यायाधीश प्रतीक प्रकाश बंद्योपाध्याय ने मामले के जांच अधिकारी को हाइकोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया. साथ ही न्यायाधीश ने कहा कि मामले के जांच अधिकारी को हाइकोर्ट में पेश होकर सभी सवालों का जवाब देना होगा. साथ ही न्यायाधीश ने बारासात अस्पताल में इलाजरत पीड़िता को महानगर में एसएसएकेएम या एसएसकेएम जैसे बड़े अस्पताल में इलाज कराने का निर्देश दिया. मामले की अगली सुनवाई 14 नवंबर को होगी.
क्या है मामला
23 अक्तूबर को पीड़िता फूल चुनने के लिए गयी थी. सुबह फूल चुनने गयी महिला पर स्थानीय बागान बाड़ी से फूल चोरी करने का आरोप लगाया.
साथ ही उन लोगों ने महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और चार घंटे तक उसे बंधक बनाये रखा. चार घंटे बाद स्थानीय लोगों ने महिला को उनकी चंगुल से निकाला और फिर अस्पताल ले गये. लेकिन महिला को वहां से जब स्थानीय लोग अस्पताल ले जा रहे, तो स्थानीय पार्षद अरुण भौमिक व उसके पुत्र ने पीड़िता को अस्पताल ले जाने से रोका.
बाद में भीड़ को देख कर वह पीछे हट गये. इसके बाद पुलिस भी अस्पताल पहुुंची और पीड़िता का बयान दर्ज किया. लेकिन अब तक मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ पीड़िता के परिजनों ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की है.

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