बांकुड़ा में दो मंजिला मिट्टी का घर ढहा
जिले के ओंदा थाना अंतर्गत आगरदा ग्राम में शनिवार सुबह दो मंजिला मिट्टी का घर अचानक ढह गया. इस हादसे में सात परिवार बाल-बाल बच गये.
प्रतिनिधि, बांकुड़ा.
जिले के ओंदा थाना अंतर्गत आगरदा ग्राम में शनिवार सुबह दो मंजिला मिट्टी का घर अचानक ढह गया. इस हादसे में सात परिवार बाल-बाल बच गये. घटना के समय घर के सभी सदस्य अपने-अपने काम से बाहर गये हुए थे. ग्रामीणों का कहना है कि अगर यह हादसा रात में हुआ होता तो बड़ा नुकसान हो सकता था.
आवास योजना पर आक्रोश
पीड़ित परिवारों का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में उनका नाम दर्ज होने के बावजूद अब तक पक्का घर नहीं मिला. हर बार उन्हें आश्वासन दिया जाता रहा कि अगली बार घर मिलेगा, लेकिन साल दर साल इंतजार करना पड़ा. इसी कारण आज वे हादसे का शिकार हुए.
प्रशासनिक अधिकारी और विधायक का दौरा : घटना की जानकारी मिलते ही ओंदा बीडीओ मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों के लिए नजदीकी स्कूल में अस्थायी रहने की व्यवस्था करायी. परिवारों ने बताया कि वे रात में स्कूल में रहते हैं और दिन में बाहर समय बिताने को मजबूर हैं. स्थानीय भाजपा विधायक अमरनाथ शाक्य भी घटनास्थल पहुंचे और पीड़ितों से मुलाकात कर सहयोग का आश्वासन दिया. उनका कहना था कि परिवार को तत्काल आर्थिक मदद की आवश्यकता है.
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने पश्चिम बंगाल के लिए 71 लाख आवास स्वीकृत किये थे, लेकिन राज्य सरकार की लापरवाही के कारण सिर्फ 42 लाख लोग ही लाभान्वित हो सके. शेष 31 लाख परिवारों को योजना का लाभ नहीं मिला. भाजपा की ओर से आरोप लगाया गया कि टीएमसी सरकार की पक्षपातपूर्ण नीति के कारण जरूरतमंद लोग वंचित रह गये.
वहीं तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में देरी के कारण कई परिवारों को घर नहीं मिल पाया. इसी वजह से मुख्यमंत्री ने बांग्ला आवास योजना शुरू की है, जिसमें इन पीड़ित परिवारों का नाम शामिल है और जल्द ही उन्हें घर मिलेगा. टीएमसी ने आरोप लगाया कि भाजपा इस प्रक्रिया में बाधा डाल रही है.
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