धोखाधड़ी में आदिवासी नेता गीता मुर्मू अरेस्ट
जिले के बांदवान थाना पुलिस ने धोखाधड़ी के एक मामले में आदिवासी संगठन समाजवादी राष्ट्रीय मांझी सरकार की पश्चिम बंगाल शाखा की नेता गीता मुर्मू को गिरफ्तार कर लिया.
पुरुलिया.
जिले के बांदवान थाना पुलिस ने धोखाधड़ी के एक मामले में आदिवासी संगठन समाजवादी राष्ट्रीय मांझी सरकार की पश्चिम बंगाल शाखा की नेता गीता मुर्मू को गिरफ्तार कर लिया. यह कार्रवाई शुक्रवार रात की गयी. पुलिस सूत्रों की मानें, तो गीता मुर्मू बीते कई दिनों से बांकुड़ा जिले के बारीकुल थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में संगठन की सदस्यता बढ़ाने का काम कर रही थी. उस पर स्थानीय आदिवासियों को विशेष गहन पुनरीक्षण(एसआइआर) प्रक्रिया में भाग नहीं लेने के लिए भरमाने का आरोप है.एसआइआर फॉर्म जमा नहीं करने का आरोप
सूत्रों के मुताबिक, गीता मुर्मू की गतिविधियों के कारण बारीकुल थाना क्षेत्र के कई आदिवासियों ने अब तक एसआइआर प्रक्रिया के तहत गणना प्रपत्र जमा नहीं किये हैं. शुक्रवार शाम उसे बांकुड़ा के बारीकुल थाना क्षेत्र से बांदवान होते हुए ओड़िशा ले जाया जा रहा था. इसी दौरान बांदवान थाना पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया.पहले से दर्ज हैं कई मामले
पुलिस का कहना है कि गीता मुर्मू के खिलाफ मांझी सरकार के नाम पर धोखाधड़ी से जुड़े यह पांचवां मामला है. शनिवार को उसे पुरुलिया जिला अदालत में पेश किया गया, जहां न्यायाधीश ने तीन दिन की पुलिस हिरासत का आदेश दिया. पुलिस ने बताया कि गीता मुर्मू के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(2), 318(4), 340(2), 338, 336(3) और 204/61 के तहत मामला दर्ज किया गया है.अन्य गिरफ्तारियां और जांच जारी
पुलिस के अनुसार, इससे पहले इसी आरोप में बांदवान के विपिन विहारी बेसरा, हुगली जिले के पांडुआ निवासी बलाई सोरेन और बांकुड़ा जिले के दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जांच में सामने आया है कि माझी सरकार के ‘किसान सैनिक कार्ड’ के नाम पर विभिन्न इलाकों में आदिवासियों से धोखाधड़ी की जा रही थी. पुलिस इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जांच आगे बढ़ा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
