सीबीआई के जांच में सहयोग ना करने के मुद्दे को लेकर रामपुरहाट अदालत पहुंची सीआईडी

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में बागतुई नरसंहार मामले के मूल आरोपी लालन शेख की सीबीआई हिरासत में हुई अस्वाभाविक मौत मामले की जांच करते हुए सीआईडी द्वारा सीबीआई कैंप के दो कमरों को सील किए जाने के मामले को लेक सीआईडी ,सीबीआई और पुलिस अधिकारी रामपुरहाट महकमा अदालत में पहुंचे .

By Shinki Singh | December 22, 2022 2:29 PM

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट स्थित सीबीआई के अस्थाई कैंप में बागतुई नरसंहार मामले के मूल आरोपी लालन शेख की सीबीआई हिरासत में हुई अस्वाभाविक मौत मामले की जांच करते हुए सीआईडी द्वारा सीबीआई कैंप के दो कमरों को सील किए जाने के मामले को लेकर सीआईडी ,सीबीआई और पुलिस अधिकारी रामपुरहाट महकमा अदालत में पहुंचे . सीबीआई द्वारा अस्थाई कैंप के सिल कमरों को खोलने हेतु 2 दिन आगे रामपुरहाट महकमा अदालत में एक आवेदन किया था . इस मामले को लेकर अदालत ने गुरुवार को सीबीआई, सीआईडी और रामपुरहाट थाना पुलिस को एक साथ एक ही समय पर सुनवाई हेतु बुलाया था.

Also Read: ममता बनर्जी ने कहा : चिकित्सा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं, स्वास्थ्य साथी कार्ड नहीं लिया तो लाइसेंस रद्द
सीआईडी ​​की जांच जारी

बताया जाता है की बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने सब्यसाची चटर्जी द्वारा दायर जनहित याचिका को खारिज कर दिया था. अदालत ने लालन शेख मृत्यु मामले की जांच को लेकर कहा था की इस मामले में फिलहाल सीआईडी ​​की जांच जारी रहेगी. यानी जांच जैसी चल रही है, वैसे ही चलती रहेगी. गौरतलब है कि 21 मार्च को तृणमूल नेता तथा उप प्रधान भादू शेख की उनके घर के सामने बम और गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के समय भादू लालन के साथ था. भादू की हत्या के बाद बागतुई गांव में नरसंहार हुआ था. आग लगाकर 10 लोगों को जिंदा जलाकर हत्या कर दिया गया था.

लालन शेख को झारखंड से किया गया गिरफ्तार

लालन को इस नरसंहार मामले में मूल आरोपी के रूप में शामिल होने के मामले में 9 महीने बाद 3 दिसंबर को झारखंड से गिरफ्तार किया गया था. 9 दिनों के बाद सीबीआई हिरासत में लालन की मौत हो गई थी.पीड़ित की पत्नी रेशमा बीवी का दावा है कि लालन की हत्या की गई है. हाई कोर्ट के निर्देश के बाद सीआईडी ​​मामले की जांच कर रही है. इधर सीबीआई द्वारा अस्थाई कैंप के कमरों को सीआईडी द्वारा सिल कर देने के कारण सीबीआई के कई महत्वपूर्ण फाइल उक्त कमरों में बंद पड़ा हुआ है . जिसके कारण सीबीआई को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

Also Read: बीरभूम नरसंहार का मुख्य आरोपी लालन झारखंड के पाकुड़ से गिरफ्तार, कोर्ट ने 6 दिन सीबीआई की हिरासत में भेजा

रिपोर्ट : मुकेश तिवारी पानागढ़

Next Article

Exit mobile version