आसनसोल : प्रिंसिपल पर शिक्षकों को प्रताड़ित करने का आरोप
आसनसोल : तृणमूल नेता चंकी सिंह के नेतृत्व में नारायणा स्कूल के शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मियों ने रविवार को राज्य के श्रम व विधि मंत्री मलय घटक से अपकार गार्डेन स्थित उनके आवास में मुलाकात कर स्कूल की प्रिंसिपल माहिम फातिम पर शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए शिक्षकों […]
आसनसोल : तृणमूल नेता चंकी सिंह के नेतृत्व में नारायणा स्कूल के शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मियों ने रविवार को राज्य के श्रम व विधि मंत्री मलय घटक से अपकार गार्डेन स्थित उनके आवास में मुलाकात कर स्कूल की प्रिंसिपल माहिम फातिम पर शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए शिक्षकों द्वारा हस्ताक्षरित शिकायत पत्र सौंपा.
शिक्षकों ने स्कूल की प्रिंसिपल फातिमा पर स्कूल में मनमाने ढंग से काम करने का आरोप लगाया है. शिक्षकों प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाइ की मांग की है. मंत्री श्री घटक ने मामले की उचित जांच कराने व सहयोग का आश्वासन दिया है.
शिक्षक संगीता बसु, रानी महतो, बीएस मित्रा, मंजरी पति, अवतार कौर, मोहम्मद शहबाज हुसैन, लखबीर सिंह, दिलीप गुप्ता, पूजा चौधरी, सिमा बाउरी, गंगा बाउरी, गुलाबी बाउरी, लालमती, झरना देवी, दिपाली थंडर, बेबी पासवान, नीलम सिन्हा, शेखर धीबर, चैताली बागदी, रवि राय, वंदना पतवा, संध्या बनर्जी आदि ने कहा कि प्रिंसिपल फातिमा स्कूल में धार्मिक भावनाएं फैला कर शिक्षकों को आपस में लड़ाने का काम कर रही हैं. वह कुछ अभिभावकों का संगठन बना कर गलत काम करने का विरोध करनेवाले शिक्षकों को धमकी दिलवाती हैं.
उन्होंने कहा कि स्कूल में शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है. किसी गलत कार्य का विरोध करने पर उस शिक्षक को काम से हटाने और बुरे अंजाम की धमकी दी जाती है. कराटे शिक्षक शहबाज हुसैन ने कहा कि प्रिंसिपल ने बिना किसी वजह के मुझे शुक्रवार को काम से हटने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि मेरा कसूर इतना ही है कि मेरे सहकर्मियों के साथ किये जा रहे अन्याय का मैं प्रतिवाद करता हूं. तृणमूल नेता चंकी सिंह ने कहा कि स्कूल का माहौल खराब किया जा रहा है. शिक्षा के मंदिर स्कूल में जहां बेहतर शिक्षा की बात होनी चाहिए ,वहां आपसी उलझन से विद्यार्थियों में गलत संदेश जायेगा.
प्रिंसिपल माहिम फातिम ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि शिक्षकों को अनुशासनपूर्वक व नारायणा स्कूल के नियमों के अनुसार काम करने को कहने पर वे विरोध में उतर जाते हैं और प्रतिवाद करते हैं. उन्होंने कहा कि वह स्कूल को बेहतर स्कूल बनाने की दिशा में कार्य कर रही हैं.