आसनसोल : राइस मिल, स्पंज कारखाने में डीएम की छापेमारी

आसनसोल : जिला में कुटीर, लघु, मझौले और बृहत उद्योग और व्यवसाय को सरकारी सभी नियमों का पालन कर बैध रूप से कारोबार करने के लिए प्रेरित करने तथा अबैध कारोबार पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाकर जिले की रेवेन्यू को बढ़ाने के तहत जिलाशासक शशांक सेठी ने मुहिम आरंभ की है. इसी कड़ी में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 11, 2019 3:16 AM
आसनसोल : जिला में कुटीर, लघु, मझौले और बृहत उद्योग और व्यवसाय को सरकारी सभी नियमों का पालन कर बैध रूप से कारोबार करने के लिए प्रेरित करने तथा अबैध कारोबार पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाकर जिले की रेवेन्यू को बढ़ाने के तहत जिलाशासक शशांक सेठी ने मुहिम आरंभ की है.
इसी कड़ी में जिलाशासक ने बाराबनी प्रखण्ड में स्थित जोशखेमका एंड कंपनी राईस मिल और जमुड़िया प्रखण्ड में स्थित कैलस्टर स्पंज आयरन कारखाने में औचक जांच की.
जांच के क्रम में उद्योग मालिक, उद्योग से जुड़े सभी दस्तावेज मौके पर नहीं दिखा पाये. जिलाशासक ने इन उद्योगों के खिलाफ संबंधित विभागों को कार्यवाई करने के लिए चिट्ठी जारी किया. इसके साथ ही पूरी गतिविधियों की वीडियोग्राफी भी की गई. आसनसोल सदर के महकमा शासक प्रलय रायचौधरी, दोनों प्रखण्ड में जांच के दौरान स्थानीय बीडीओ उपस्थित थे.
जिलाशासक श्री सेठी ने बताया कि जिले में दर्जनों उद्योग ऐसे है जो सरकारी नियमों का उल्लंघन कर कारोबार कर रहे है. इससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है. इस दिशा में सभी सहयोगी सभी विभागों को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया गया है. उन्होंने कहा कि जमुड़िया में स्थित कैलस्टर स्पंज आयरन कारखाना में जांच के दौरान प्रबंधन उद्योग से संबंधित कोई भी कागज नहीं दिखा पाया.
कारखाना में फायर का लाइसेंस, ट्रेड लाइसेंस, जमीन का कागजात, निर्माण कार्य की अनुमति, भूमिगत जल के दोहन के लिए स्वीड की अनुमति आदि कुछ भी नहीं मिला. प्रदूषण की कागजात थी, लेकिन प्रदूषण के सारे नियमों का उल्लंघन हो रहा था. स्टॉक से संबंधित कागजात भी उपलब्ध नहीं थे . इन दस्तावेजों से संबंधित सभी विभागों को पत्र जारी कर उक्त कारखाना के खिलाफ कार्यवाई करने की अनुशंसा की गयी है.
बाराबनी प्रखण्ड में स्थित राईस मिल में स्टॉक से संबंधित रजिस्टर नहीं था, फायर का लाइसेंस नहीं है, जमीन से जुड़े दस्तावेज में कमी पाई गयी, प्रदूषण का प्रमाणपत्र भी एक्सपायर्ड था. इस उद्योग पर भी कार्यवाई की अनुशंसा कर दी गयी है.
राईस मिल में बाराबनी प्रखण्ड के डाईरेक्ट पर्चेस सेंटर से खरीदा गया धान यहां आता है. बाराबनी में पांच जनवरी से अब तक 168 टन धान यहां आया है. जबकि यहां का स्टॉक तीन हजार टन का पाया गया. इस गड़बड़ी पर भी कार्यवाई के लिए बीडीओ को आदेश दिया गया है.

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