दिल्ली जा रहे चार रोहिंग्या गिरफ्तार, कंचनजंघा एक्सप्रेस से अगरतला से जा रहे थे दिल्ली

जलपाईगुड़ी : रविवार सुबह अगरतला से दिल्ली जाने के क्रम में जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन पर कंचनजंघा एक्सप्रेस ट्रेन से उतरे चार रोहिंग्या को गिरफ्तार किया. इनमें तीन महिलाएं व एक पुरुष है. मोहम्मद रफीक (20) व उसकी पत्नी अनवारा बेगम (18) म्यांमार के शाह बाजार निवासी हैं, जबकि अनवारा की दो रिश्तेदार दिलबर बेगम (17) […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 29, 2019 6:15 AM

जलपाईगुड़ी : रविवार सुबह अगरतला से दिल्ली जाने के क्रम में जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन पर कंचनजंघा एक्सप्रेस ट्रेन से उतरे चार रोहिंग्या को गिरफ्तार किया. इनमें तीन महिलाएं व एक पुरुष है. मोहम्मद रफीक (20) व उसकी पत्नी अनवारा बेगम (18) म्यांमार के शाह बाजार निवासी हैं, जबकि अनवारा की दो रिश्तेदार दिलबर बेगम (17) एवं यास्मिन आरा (16) म्यांमार के बोसेडंग की रहनेवाली हैं. जानकारी के मुताबिक, चारों को विदेशी नागरिक कानून के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जायेगा.

आरपीएफ सूत्रों ने बताया कि चारों आरोपी अगरतला से सियालदह जानेवाली कंचनजंघा एक्सप्रेस में सवार हुए थे. रविवार को इन्हें न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) स्टेशन पर उतरकर दिल्ली की ट्रेन पकड़नी थी, लेकिन गलती से जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन पर ही उतर गये.
संदेहास्पद स्थिति में इन लोगों को स्टेशन पर इधर-उधर घूमते देख संदेह हुआ. इनकी भाषा भी समझ में नहीं आ रही थी. इसके बाद आरपीएफ को इसकी सूचना दी. आरपीएफ ने चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की.
मोहम्मद रफीक ने बांग्ला व त्रिपुरी भाषा मिलाकर कुछ बताया कि वह 2017 में अन्य रोहिंग्याओं के साथ रंगून होते हुए बांग्लादेश के कॉक्सबाजार पहुंचा था. वहां से कुमिल्ला होकर त्रिपुरा पहुंचा. रफीक ने बताया कि उनके पड़ोसी कई रोहिंग्या दिल्ली में रह रहे हैं. काम की तलाश व पत्नी के रिश्तेदारों की शादी करवाने वह उन्हें दिल्ली लेकर जा रहा था.
सभी के पास से यूनाइटेड नेशन्स हाइकमीशन ऑफ रिफ्यूजी, इंडिया से मिले सर्टिफिकेट में उन्हें रोहिंग्या शरणार्थी बताया गया है. सर्टिफिकेट 22 अप्रैल को जारी किया गया था, जिसकी मियाद 7 जून को खत्म हो गयी है.
जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन के आरपीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि ये सभी बांग्लादेश के कोटुपालंग शरणार्थी शिविर में थे. लेकिन कोटुपालंग कैंप से 24 जुलाई को कुमिल्ला आये. वहां से बांग्लादेश-त्रिपुरा के आखाउड़ा सीमांत होकर 26 जुलाई को त्रिपुरा पहुंचा. 27 जुलाई को ये चार लोग त्रिपुरा से कंचनजंघा ट्रेन में चढ़े. आरपीएफ सूत्रों ने बताया कि आगे की कार्रवाई के लिए इनलोगों को मयनागुड़ी जीआरपी थाने में भेजा जा रहा है.

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