30 मिनट में 36 किलोमीटर तक Drone से होगी मेडिसिन की सप्लाई, मरीजों को मिलेगी जल्द दवाई

उत्तराखंड में मरीज तक जल्द दवाई पहुंचाने के लिए Drone Service शुरू हुई है. केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसूख मंडाविया ने गुरुवार को Tweet कर इसकी जानकारी दी. Tweet में बताया गया है कि AIIMS Rishikesh से इस सेवा को शुरू किया गया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2023 11:57 AM

Uttarakhand: उत्तराखंड में एक नई पहल शुरू हुई है. मरीज तक जल्द दवाई पहुंचाने के लिए Drone Service शुरू हुई है. यह सेवा छह माह तक चलने वाली चार धाम यात्रा को ध्यान में रखकर शुरू की गई है. बता दें कि बीते साल 300 से ज्यादा यात्रियों ने अपनी जान यात्रा के दौरान गंवा दी थी. चार धाम-Kedarnath, Badrinath, Gangotri और Yamunotri गढ़वाल क्षेत्र में 10 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित हैं.

AIIMS Rishikesh से इस सेवा को शुरू किया: केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसूख मंडाविया ने गुरुवार को Tweet कर इसकी जानकारी दी. Tweet में बताया गया है कि AIIMS Rishikesh से इस सेवा को शुरू किया गया है. इसमें Anti-TB drugs को AIIMS helipad से टिहरी भेजा गया. AIIMS Rishikesh डायरेक्टर डॉ. मीनू सिंह ने बताया कि हम ऐसा सिस्टम बना रहे हैं, जिसके जरिए न सिर्फ Anti TB-Drugs को बल्कि दूरदराज के इलाकों के मरीजों के सैंपल को भी लिया जा सके.

दूरदराज के इलाके होंगे कवर: उनके मुताबिक एम्स ऋषिकेश ने 16 फरवरी 2023 को जिला अस्पताल टिहरी गढ़वाल को दो किलोग्राम तक एंटी-ट्यूबरकुलोसिस दवा पहुंचाई. ड्रोन का टेक ऑफ करना ही एकमात्र उपलब्धि नहीं है, बल्कि दूर-दराज के इलाकों में सुरक्षित तरीके से दवा पहुंचाना इससे भी बड़ी उपलब्धि है. हम एक ऐसी प्रणाली बनाना चाहते हैं जहां TB से पीड़ित रोगियों को दवाएं मिल सकें और उन्हें इलाज के लिए लंबी दूरी तय न करनी पड़े.

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Indian Army भी करती है इस्तेमाल: Indian Army ने जम्मू-कश्मीर में बर्फीली जगहों पर सैनिकों के कोविड टीकाकरण की बूस्टर खुराक देने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया है. महाराष्ट्र में भी गांवों में टीका वितरित करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है.

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