UP Cabinet Meeting: अयोध्या में विश्व-स्तरीय मंदिर संग्रहालय को मंजूरी, स्वास्थ्य, निवेश व सामाजिक कल्याण पर भी बड़े निर्णय
UP Cabinet Meeting: उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने मंगलवार को हुई बैठक में विकास, धार्मिक पर्यटन, सामाजिक कल्याण, स्वास्थ्य और औद्योगिक विस्तार से जुड़े कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी दे दी. इन फैसलों का उद्देश्य राज्य में सुविधाओं को बढ़ाना और विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति को तेज करना है.
UP Cabinet Meeting : उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने मंगलवार को सम्पन्न बैठक में राज्य के विकास, धार्मिक पर्यटन, सामाजिक कल्याण, स्वास्थ्य और औद्योगिक विस्तार से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी. बैठक में अयोध्या में “विश्व-स्तरीय मंदिर संग्रहालय” (Temple Museum) की स्थापना का प्रस्ताव सबसे प्रमुख रहा. इसके साथ ही सरकार ने निवेश बढ़ाने, जल आपूर्ति सुधारने और संवेदनशील सामाजिक समूहों के लिए नई सुविधाएँ उपलब्ध कराने को लेकर भी अहम फैसले लिए.
अयोध्या में बनेगा आधुनिक मंदिर संग्रहालय — धार्मिक विरासतका वैश्विक प्रदर्शन
कैबिनेट द्वारा अनुमोदित संग्रहालय परियोजना को अयोध्या के सांस्कृतिक विस्तार की नई कड़ीमाना जा रहा है. मुख्य बिंदु—
-संग्रहालय में भारत की प्राचीन मंदिर परंपरा, पुरातत्व, कला, मिथक और धार्मिक इतिहास से जुड़े दुर्लभ दस्तावेज व मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे.
-यह परियोजना धार्मिक-पर्यटन को अंतरराष्ट्रीय स्तर का आकर्षण प्रदान करेगी.
-संग्रहालय में आधुनिक डिजिटल तकनीक, 3D-मॉडल और वर्चुअल इंटरप्रिटेशन का उपयोग किया जाएगा.
-परियोजना को चरणबद्ध तरीके से विकसित करने और स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ने की योजना है.
-सरकार का मानना है कि इससे अयोध्या एक “धार्मिक-संस्कृतिक अंतरराष्ट्रीय केंद्र” के रूप में और सशक्त होगा.
स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश बढ़ाने को मंजूरी — निजी अस्पतालों को प्रक्रिया में राहत
बैठक में स्वास्थ्य क्षेत्र को मज़बूत करने के उद्देश्य से निजी अस्पतालों और मेडिकल सुविधाओं के निर्माण में कई प्रोत्साहन प्रस्ताव स्वीकृत किए गए.
-अस्पताल निर्माण में सब्सिडी व अनुमोदन प्रक्रियाओं को सरल बनाने का निर्णय.
-ग्रामीण तथा अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को पूरा करने पर विशेषध्यान.
-मल्टी-स्पेशियलिटी सेवाओं की उपलब्धता बढ़ाने के लिए PPP-मॉडल को बढ़ावा.
सरकार का दावा है कि इससे स्वास्थ्य ढाँचा अगले कुछ वर्षों में बड़े पैमाने पर सुधरेगा.
निवेश और उद्योगों के लिए नई राहतें — SGST छूट और स्टांप शुल्क में रियायत
सरकार ने राज्य में निवेश को आकर्षित करने और व्यवसायिक वातावरण को अनुकूल बनाने के लिए कई वित्तीय प्रोत्साहन योजनाएँ मंजूर कीं.
-नए औद्योगिक प्रोजेक्ट्स को SGST की आंशिक छूट.
-भूमि क्रय व परियोजना पंजीकरण में स्टांप शुल्क में छूट.
-MSME सेक्टर के लिए विशेष सहायता पैकेज और क्रेडिट लिंक्ड प्रोत्साहन.
इन राहतों का उद्देश्य है—
-राज्य में निवेश को बढ़ाना
-उद्योगों के विस्तार को गति देना और युवा वर्ग को रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध कराना.
जल आपूर्ति से जुड़ी परियोजनाओं को मंजूरी — ग्रामीण क्षेत्रों को बड़ी राहत
-कैबिनेट ने पीने के पानी से संबंधित कई योजनाओं को मंजूरी दी है, जिनका उद्देश्य है राज्य के विभिन्न जिलों में स्वच्छ और नियमित जल आपूर्ति सुनिश्चित करना.
ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं के लिए अतिरिक्त बजट आवंटन.
पाइपलाइन विस्तार व पुराने सिस्टम के नवीनीकरण के लिए नई टेंडर प्रक्रिया शुरू.
जल स्रोतों के संरक्षण और जल गुणवत्ता सुधार पर विशेष जोर.
सरकार का कहना है कि यह कदम जल संकट से जूझ रहे क्षेत्रों के लिए दीर्घकालिक राहत साबित होंगे.
सामाजिक कल्याण— दिव्यांगजनों के लिए नए पुनर्वास केंद्र
बैठक में राज्य के विभिन्न मंडलों में दिव्यांग पुनर्वास केंद्र (Disability Rehabilitation Centres) स्थापित करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिली.
-यहाँ फिजिकल, वोकेशनल और मनोवैज्ञानिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी.
-दिव्यांगों को रोजगार व शिक्षा से जोड़ने के लिए विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित किए जाएंगे.
-केंद्रों में आवश्यक उपकरण, थेरेपी विशेषज्ञ और काउंसलिंग सुविधाएँ भी उपलब्ध होंगी.
यह कदम सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
कुल मिलाकर कैबिनेट का संदेश — विकास, संस्कृति, निवेश और कल्याण का संतुलित पैकेज
मंगलवार की कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसले व्यापक और बहु-आयामी हैं.
इनका प्रभाव—
-अयोध्या धार्मिक-पर्यटन की दिशा में नया आयाम हासिल करेगी.
-स्वास्थ्य व उद्योग क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा.-जल आपूर्ति और सामाजिक कल्याण योजनाओं से लोगों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा.
-सरकार का रुख स्पष्ट है कि आने वाले महीनों में बुनियादी ढाँचा, सांस्कृतिक विस्तार और निवेश आकर्षण उनके प्रमुख फोकस क्षेत्रों में रहेंगे.
