UP Chunav 2022: यूपी में तैयार हो रहा विधायकों का रिपोर्ट कार्ड, बेहतर प्रदर्शन वालों को ही इस बार भाजपा देगी टिकट

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Chunav 2022) की तैयारियां शुरू कर दी हैं. पार्टी अपनी ताकत ओर कमजोरी का विश्लेशन कर रही है. इसमें विधायकों के व्यक्तिगत रिपोर्ट कार्ड (Report Card) तैयार किये जायेगा. इसी आधार पर आने वाले विधानसभा चुनावों में उन्हें टिकट दिया जायेगा. बंगाल विधानसभा चुनाव में अपेक्षाकृत परिणाम नहीं मिलने से भाजपा सकते में है. वह अपनी कमजोरियों का विस्तार से आकलन करना चाहती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2021 10:52 AM

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Chunav 2022) की तैयारियां शुरू कर दी हैं. पार्टी अपनी ताकत ओर कमजोरी का विश्लेशन कर रही है. इसमें विधायकों के व्यक्तिगत रिपोर्ट कार्ड (Report Card) तैयार किये जायेगा. इसी आधार पर आने वाले विधानसभा चुनावों में उन्हें टिकट दिया जायेगा. बंगाल विधानसभा चुनाव में अपेक्षाकृत परिणाम नहीं मिलने से भाजपा सकते में है. वह अपनी कमजोरियों का विस्तार से आकलन करना चाहती है.

पार्टी के सूत्रों ने सीएनएन-न्यूज 18 को बताया कि भाजपा का टिकट पाने के लिए प्रदर्शन सबसे बड़ा बेंचमार्क होगा. सूत्रों ने कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व विधायकों के व्यक्तिगत सर्वेक्षण के पक्ष में है. जैसा कि पश्चिम बंगाल में हुआ था. गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा चुनावी तैयारियों की जांच के लिए बड़े चुनावी राज्य का मासिक दौरा करेंगे.

बता दें कि आने वाले चुनावों के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में अफवाहें राजनीतिक हलकों में घूम रही हैं. यूपी के मामले में बीजेपी ने एक मुद्दा सुलझा लिया है. भाजपा ने पहले ही कह दिया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्य में भाजपा के निर्विवाद नेता बने हुए हैं और यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगे.

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पिछले हफ्ते भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष के एक ट्वीट ने पिछले पांच हफ्तों में कोविड-19 से निपटने के लिए सीएम योगी के प्रभावी प्रबंधन की प्रशंसा करते हुए राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के बारे में सभी अफवाहों को खारिज कर दिया. अपने यूपी दौरे के क्रम में वे पार्टी के कई नेताओं से मिले और अपनी बात खुलकर रखने की इजाजत दी. लेकिन योगी के विरोध में कोई भी बात सामने नहीं आयी.

भाजपा के यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह ने भी यूपी में नेतृत्व परिवर्तन को कोरी कल्पना करार दिया. दोनों ने आखिरी दो दिन लखनऊ में बिताए और बंद कमरे में मीटिंग में हिस्सा लिया. तमाम संकेत इस ओर इशारा कर रहे हैं कि आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का पूरा समर्थन मिल रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि आदित्यनाथ यूपी में पार्टी के लिए सबसे अच्छा दांव हैं, क्योंकि वह अपने शासन मॉडल, जमीन पर कड़ी मेहनत और साफ छवि के कारण बेहद लोकप्रिय हैं

इस बीच पार्टी इकाई और यूपी कैबिनेट दोनों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव होने वाले हैं. यूपी सरकार के एक मंत्री ने न्यूज 18 को बताया कि कैबिनेट में फेरबदल लंबित है और जाति समीकरणों को और संतुलित करने के लिए कुछ नये लोगों को शामिल किया जा सकता है, जबकि कुछ मंत्रियों को यूपी चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने के लिए संगठन में लाया जा सकता है.

Posted By: Amlesh Nandan.

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