UP : मजदूरों के लिए बस भेजने को लेकर प्रियंका गांधी और योगी सरकार के बीच लेटर वॉर

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में मजदूरों के लिए एक हजार बसें भेजने की मांग को योगी सरकार ने स्वाकार कर लिया है. पर अब इस मुद्दे पर अब राजनीति भी शुरू हो गयी है. इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश प्रशासन और प्रियंका गांधी के आमने-सामने आ गये है.

By Rajat Kumar | May 19, 2020 11:47 AM

लखनऊ : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में मजदूरों के लिए एक हजार बसें भेजने की मांग को योगी सरकार ने स्वाकार कर लिया है. पर अब इस मुद्दे पर अब राजनीति भी शुरू हो गयी है. इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश प्रशासन और प्रियंका गांधी के आमने-सामने आ गये है. योगी सरकार ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि अगर उन्हें लखनऊ में बसें पहुंचाने में दिक्कत है तो नोएडा और गाजियाबाद के डीएम को 12 बजे तक दे दें. यूपी सरकार ने प्रियंका गांधी को पत्र लिखकर कहा कि यदि आप लखनऊ में बस देने में असमर्थ हैं और नोएडा, गाजियाबाद बॉर्डर पर ही बस देना चाहते हैं. ऐसी स्थिति में गाजियाबाद के जिलाधिकारी को 12 बजे तक 500 बस उपलब्ध करा दें.

बता दें इससे पहले प्रियंका गांधी की तरफ से हजार बस उपलब्ध कराए जाने की सूचना उत्तर प्रदेश के गृह सचिव अवनीश अवस्थी को दिए जाने के बाद उनकी तरफ से एक और लेटर जारी किया गया था. जिसमें बसों के ड्रइवरों के फिटनेस सर्टिफिकेट और ड्राइवर के लाइसेंस के साथ लखनऊ के डीएम को सौंपने के लिए कहा गया है. उत्तर प्रदेश के गृह सचिव के इस पत्र का जवाब प्रियंका गांधी ने दिया था.

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अपने जवाब में लिखा था कि हमें देर रात 11:40 बजे ईमेल के माध्यम से उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी का पत्र मिला, जिसमें लखनऊ में सुबह 10 बजे आवश्यक दस्तावेजों के साथ 1000 बसों को सौंपने के लिए कहा गया. लेटर में आगे कहा गया है कि प्रवासी यूपी बॉर्डर, खासकर दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर फंसे हुए हैं. ऐसे समय में जब उनमें से अधिकांश सड़कों पर चल रहे हैं और पंजीकरण के लिए यूपी की सीमा पर एकत्रित हुए हैं, 1000 खाली बसों को लखनऊ भेजना न केवल समय और संसाधनों की बर्बादी है, बल्कि अमानवीय भी है.

बता दें कि सोमवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा था कि कांग्रेस प्रवासी मजदूरों को घर वापस लाने के लिए एक हजार बसें देने के लिए तैयार है और इसके लिए यूपी सरकार की ओर से अनुमति दी जाए. उन्होंने सोमवार के अपने ट्वीट में कहा था कि ‘हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं. हजारों की संख्या में राष्ट्र निर्माता श्रमिक और प्रवासी भाई-बहन धूप में पैदल चल रहे हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ जी हमें परमीशन दीजिए. हमें अपने भाइयों और बहनों की मदद करने दीजिए.

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